मुंबई, 15 मई (भाषा) महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री अजित पवार ने बृहस्पतिवार को अधिकारियों से कोयना बांध परियोजना के कारण प्रभावित हुए लोगों के लिए भूमि आवंटन और पुनर्वास प्रक्रिया में तेजी लाने के निर्देश दिये और कहा कि इन लोगों ने राज्य के लिए बलिदान दिया है।
पवार के कार्यालय से जारी एक विज्ञप्ति में उनके हवाले से कहा गया है कि कोयना परियोजना से प्रभावित लोगों के लिए पुणे, सतारा, सांगली और सोलापुर जिलों से प्राप्त प्रस्तावों का तुरंत सत्यापन किया जाए और उन्हें माह के अंत तक पुणे के संभागीय आयुक्त को भेज दिया जाए।
पवार ने अधिकारियों से कहा कि संभागीय आयुक्त को आवेदनों को सत्यापित कर जून के पहले पखवाड़े में परियोजना से प्रभावित हुए लोगों का प्रतिनिधित्व करने वाले संगठनों के साथ बैठक कर यह सुनिश्चित करना चाहिए कि पात्र लाभार्थियों को बिना देरी भूमि का आवंटन हो जाए।
सतारा जिले में कोयना नदी पर परियोजना के लिए दशकों पहले अनेक लोग विस्थापित हुए।
उन्होंने कहा कि इन लोगों ने राज्य के लिए बलिदान दिया है और उन्हें वैकल्पिक भूमि उपलब्ध कराना सरकार की जिम्मेदारी है।
विज्ञप्ति के अनुसार, अधिकारियों ने सतारा जिले से 310 और सांगली से 215 पात्र व्यक्तियों की सूची तैयार की है। पवार ने कहा कि उन्हें तत्काल वैकल्पिक भूखंड आवंटित किए जाने चाहिए।
पवार ने कहा कि शेष जिलों के कलेक्टरों को भी लंबित प्रस्तावों का सत्यापन करना चाहिए और उन्हें कार्रवाई के लिए पुणे संभागीय आयुक्त को भेजना चाहिए।
भाषा
शुभम पवनेश
पवनेश
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