नई दिल्ली: दूरसंचार परिचालक भारती एयरटेल ने सोमवार को विभिन्न प्रीपेड पेशकश के लिए टैरिफ में 20-25 प्रतिशत बढ़ोतरी की घोषणा की, जिसमें टैरिफ वॉयस प्लान, असीमित वॉयस बंडल और डेटा टॉप अप शामिल हैं.
शुरुआती स्तर के वॉयस प्लान में लगभग 25 फीसदी की बढ़ोतरी की गई है, जबकि अनलिमिटेड वॉयस बंडल के ज्यादातर मामलों में बढ़ोतरी लगभग 20 फीसदी है.
सुनील मित्तल की अगुवाई वाली दूरसंचार कंपनी के भारत में 32.3 करोड़ मोबाइल ग्राहक हैं. कंपनी ने डेटा टॉपअप प्लान के टैरिफ में 20-21 प्रतिशत की बढ़ोतरी भी की.
कंपनी ने एक बयान में कहा कि उसने हमेशा यह सुनिश्चित किया है कि मोबाइल प्रति उपयोगकर्ता औसत राजस्व (एआरपीयू) 200 रुपये और आखिरकार 300 रुपये होना चाहिए, ताकि पूंजी पर उचित प्रतिफल मिल सके.
एयरटेल ने एक बयान में कहा, ‘हम यह भी मानते हैं कि एआरपीयू के इस स्तर से नेटवर्क और स्पेक्ट्रम में जरूरी पर्याप्त निवेश किया जा सकेगा. इससे भी महत्वपूर्ण बात यह है कि इससे एयरटेल को भारत में 5जी लागू करने के लिए मदद मिलेगी.’
कंपनी ने कहा कि इस दिशा में पहले कदम के रूप में वह नवंबर के दौरान टैरिफ को फिर से संतुलित कर रही है.
नए टैरिफ 26 नवंबर 2021 से लागू होंगे. शुरुआती वायस प्लान का टैरिफ 28 दिनों की वैधता के साथ मौजूदा 79 रुपये की जगह अब 99 रुपये होगा. इसमें 50 प्रतिशत अधिक टॉकटाइम (99 रुपये), 200 एमबी डेटा और एक पैसा प्रति सेंकेंड का वॉयस टैरिफ जैसे लाभ शामिल हैं.
लंबे अंतराल के बाद यह पहला मौका है, जब कंपनी ने इस स्तर पर टैरिफ में बढ़ोतरी की. इससे पहले एयरटेल ने अपने 49 रुपये के प्रीपेड रिचार्ज को बंद कर दिया और अपनी पोस्टपेड योजनाओं को भी अपग्रेड किया था.
अनलिमिटेड वॉयस बंडल में 149 रुपये वाला एयरटेल का प्लान अब 28 दिनों की वैधता के साथ 179 रुपये का होगा, जिसमें अनलिमिटेड कॉलिंग, 100 एसएमएस प्रतिदिन दिन और दो जीबी डेटा जैसे लाभ मिलेंगे.
शीर्ष छोर पर 2,498 रुपये के प्लान को बढ़ाकर 2,999 रुपये का कर दिया गया है. इसमें 365 दिनों के लिए असीमित कॉलिंग के साथ ही 100 एसएमएस प्रति दिन और दो जीबी प्रति दिन डेटा का लाभ मिलता है.
डेटा टॉप-अप के लिए 48 रुपये के प्लान की कीमत अब 58 रुपये होगी, जिसमें तीन जीबी डेटा दिया जाएगा. दूसरी ओर 98 रुपये वाले प्लान को बढ़ाकर 118 रुपये का कर दिया गया है, जिसमें 12 जीबी डेटा मिलेगा.
गौरतलब है कि भारती एयरटेल के अध्यक्ष सुनील मित्तल ने इस साल की शुरुआत में कहा था कि दूरसंचार क्षेत्र में जबरदस्त तनाव के बीच उद्योग को टैरिफ बढ़ाने की जरूरत है.
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