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शुक्रवार, 25 अप्रैल, 2025
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हेलीकॉप्टर सौदे पर एयरबस, टाटा समूह सहमत; भारत,फ्रांस ने रक्षा औद्योगिक ‘रोडमैप’ जारी किया

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नयी दिल्ली, 26 जनवरी (भाषा) प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों के बीच वार्ता के बाद दोनों देशों ने महत्वपूर्ण सैन्य साजोसामान साथ मिलकर विकसित करने का एक महत्वाकांक्षी औद्योगिक ‘रोडमैप’ जारी किया, वहीं टाटा समूह और एयरबस संयुक्त रूप से एच125 हेलीकॉप्टर निर्मित करने पर सहमत हुए।

विदेश सचिव विनय क्वात्रा ने बृहस्पतिवार को जयपुर में हुई मोदी-मैक्रों वार्ता के नतीजों की घोषणा करते हुए यह भी कहा कि 18 से 35 वर्ष आयु वर्ग के पेशेवरों को एक-दूसरे के देशों में भेजने की योजना और स्नातकोत्तर की उपाधि हासिल कर चुके भारतीय छात्रों के लिए पांच साल की वैधता के साथ शेंगेन वीजा भी मुख्य निर्णयों में शामिल है।

दोनों पक्षों ने कई महत्वपूर्ण समझौतों पर हस्ताक्षर किए। इनमें से एक, रक्षा-अंतरिक्ष साझेदारी पर और दूसरा, उपग्रह प्रक्षेपण पर है। इसके अलावा, स्वास्थ्य सेवा क्षेत्र में सहयोग बढ़ाने पर एक अलग समझौता किया गया।

क्वात्रा ने संवाददाता सम्मेलन में कहा कि दोनों पक्षों ने असैन्य-परमाणु ऊर्जा सहयोग को आगे बढ़ाने के लिए विभिन्न पहलुओं पर विचार-विमर्श किया और छोटे मॉड्यूलर रिएक्टरों (एसएमआर) पर ‘बहुत सकारात्मक, आगे की ओर ले जाने वाली’ बातचीत हुई।

उन्होंने कहा कि मोदी और मैक्रों ने गाजा में संघर्ष पर विचारों का आदान-प्रदान करने के अलावा, लाल सागर में स्थिति और इससे उत्पन्न होने वाले ‘‘संभावित व्यवधानों’’ पर भी चर्चा की।

हालांकि, भारत द्वारा फ्रांस से राफेल लड़ाकू विमानों के 26 नौसैन्य संस्करण और तीन स्कॉर्पीन पनडुब्बियों की प्रस्तावित खरीद पर कोई घोषणा नहीं की गई क्योंकि समझा जाता है कि अरबों डॉलर के सौदों के लिए कीमतों पर वार्ता अब भी हो रही है।

दोनों पक्षों ने रक्षा अंतरिक्ष साझेदारी पर एक समझौते पर भी हस्ताक्षर किए, जो अंतरिक्ष स्थितिजन्य जागरूकता कार्यक्रम पर संयुक्त कार्य की सुविधा प्रदान करेगा, जिसे सैन्य उपग्रहों को विकसित करने और अंतरिक्ष ट्रैफिक एवं मलबे पर जानकारी साझा करने के लिए महत्वपूर्ण माना जाता है।

विदेश सचिव ने कहा कि टाटा और एयरबस हेलीकॉप्टरों ने महत्वपूर्ण ‘‘स्वदेशी और स्थानीयकरण घटक’’ के साथ भारत में एच125 हेलीकॉप्टरों के संयुक्त उत्पादन के लिए एक औद्योगिक साझेदारी की है।

साझेदारी के तहत, एयरबस एस.ई. हेलीकॉप्टरों के उत्पादन के लिए भारत में एक ‘असेंबली लाइन’ स्थापित करने वाली है।

मैक्रों, शुक्रवार को कर्तव्य पथ पर गणतंत्र दिवस समारोह में मुख्य अतिथि थे।

फ्रांस के राष्ट्रपति ने वरिष्ठ मंत्रियों, अधिकारियों और एयरबस के सीईओ गुइलाउम फाउरी सहित प्रमुख फ्रांसीसी रक्षा कंपनियों के शीर्ष अधिकारियों के एक प्रतिनिधिमंडल के साथ भारत की अपनी दो दिवसीय यात्रा की शुरूआत जयपुर से की थी।

एयरबस हेलीकॉप्टर ने एक बयान में कहा कि वह ‘फाइनल एसेंबली लाइन’ (विनिर्माण इकाई) के जरिये ‘सिविल रेंज’ के एयरबस एच125 हेलीकॉप्टर का विनिर्माण करेगी। इसका उत्पादन भारत और कुछ पड़ोसी देशों को निर्यात करने को लेकर किया जाएगा।

फाउरी ने कहा, ‘‘राष्ट्र निर्माण के लिए हेलीकॉप्टर महत्वपूर्ण हैं। ‘मेड-इन-इंडिया’ सिविल हेलीकॉप्टर न केवल आत्मविश्वास से भरे नए भारत का प्रतीक होगा, बल्कि देश में हेलीकॉप्टर बाजार की वास्तविक क्षमता को भी सामने लाएगा।’’

टाटा संस के चेयरमैन एन चंद्रशेखरन ने कहा, ‘‘टाटा समूह निजी क्षेत्र में भारत की पहली हेलीकॉप्टर असेंबली सुविधा स्थापित करके खुश है।’’

उन्होंने कहा, ‘‘इसके तहत, भारतीय और निर्यात बाजारों के लिए दुनिया के सबसे ज्यादा बिकने वाले एयरबस एच125 एक इंजन वाले हेलीकॉप्टर के लिए एयरबस के साथ साझेदारी में अंतिम असेंबली लाइन होगी।’’

क्वात्रा ने कहा कि रक्षा ‘रोडमैप’ वायु, अंतरिक्ष, समुद्री क्षेत्रों पर जागरूकता, भूमि युद्ध, रोबोटिक्स, साइबर रक्षा, कृत्रिम मेधा के साथ-साथ स्वचालित वाहनों और प्लेटफार्म के क्षेत्र में प्रौद्योगिकी सहयोग प्रदान करेगा।

दोनों पक्षों ने स्वास्थ्य देखभाल, शिक्षा, प्रशिक्षण और अनुसंधान के क्षेत्रों में भागीदारी बढ़ाने के लिए समझौते भी किए।

क्वात्रा ने कहा कि इस बात पर सहमति बनी है कि वर्ष 2026 को भारत-फ्रांस नवाचार वर्ष के रूप में मनाया जाएगा।

उन्होंने कहा, ‘‘गाजा में जारी संघर्ष और इसके विभिन्न आयाम, जिनमें आतंकी, मानवीय व विघटन आयाम शामिल हैं – इन सभी पर चर्चा हुई और दोनों नेताओं ने अपना-अपना दृष्टिकोण साझा किया।’’

उन्होंने कहा कि लाल सागर में घटनाक्रमों के संबंध में ‘‘स्वाभाविक रूप से संभावित व्यवधान और वहां वाणिज्यिक नौवहन में व्यवधान वास्तव में गंभीर चिंता का विषय है और दोनों नेताओं ने इस पर ध्यान केंद्रित किया।

उपग्रह प्रक्षेपण में सहयोग के लिए न्यू स्पेस इंडिया लिमिटेड (एनएसआईएल) और फ्रांसीसी अंतरिक्ष एजेंसी एरियनस्पेस ने एक सहमति पत्र पर हस्ताक्षर किए।

क्वात्रा ने कहा कि फ्रांसीसी पक्ष अंतरराष्ट्रीय ऊर्जा एजेंसी (आईएईए) की सदस्यता के लिए भारत की उम्मीदवारी का हमेशा से समर्थन करता रहा है।

दोनों रणनीतिक साझेदारों ने उन्नत रक्षा प्रौद्योगिकियों के सह-विकास और सह-उत्पादन में सहयोग करने की प्रतिबद्धता भी जताई।

इस बीच, फ्रांस ने कथित तौर पर कुछ नियमों के उल्लंघन को लेकर नयी दिल्ली स्थित फ्रांसीसी पत्रकार वैनेसा डौगनैक को भारतीय अधिकारियों द्वारा नोटिस भेजे जाने का मुद्दा भारत के समक्ष उठाया।

अधिकारियों ने बताया कि फ्रांस के राष्ट्रपति की यात्रा के दौरान यह विषय नयी दिल्ली के समक्ष उठाया गया।

वहीं, भारत ने फ्रांसीसी पक्ष को बताया कि यह मुद्दा ‘देश के नियमों और विनियमों के अनुपालन’ के बारे में है, जो यह संकेत देता है कि यह उनकी पत्रकारिता से संबंधित नहीं है।

विदेश सचिव क्वात्रा ने इस मुद्दे पर एक सवाल का जवाब देते हुए संवाददाताओं से कहा, ‘‘फ्रांसीसी पक्ष द्वारा (राष्ट्रपति मैक्रों की) यात्रा से पहले और यात्रा के दौरान हमारे ध्यान में यह विषय लाया गया।’

उन्होंने कहा कि इस मामले को संबंधित सरकारी विभाग द्वारा देखा जा रहा है।

भाषा सुभाष प्रशांत

प्रशांत

यह खबर ‘भाषा’ न्यूज़ एजेंसी से ‘ऑटो-फीड’ द्वारा ली गई है. इसके कंटेंट के लिए दिप्रिंट जिम्मेदार नहीं है.

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