नयी दिल्ली/मुंबई, छह मई (भाषा) टोरंटो से दो मई को राष्ट्रीय राजधानी आने वाली एयर इंडिया की एक उड़ान को शौचालयों के अनुपयोगी हो जाने के कारण फ्रैंकफर्ट की ओर मोड़ना पड़ा। सूत्रों ने यह जानकारी दी है।
संपर्क करने पर एयर इंडिया के प्रवक्ता ने बताया कि तकनीकी समस्या के कारण उड़ान का मार्ग परिवर्तित किया गया था।
एयरलाइन सूत्रों ने बताया कि उड़ान संख्या एआई188 को फ्रैंकफर्ट की ओर मोड़ना पड़ा, क्योंकि कुछ शौचालय इस्तेमाल लायक नहीं थे।
पिछले दो महीनों में यह दूसरी घटना है जब एयर इंडिया के चौड़ी बॉडी वाले विमान को शौचालयों के भरने के कारण बीच रास्ते से लौटना पड़ा। छह मार्च को शिकागो से दिल्ली जाने वाली उड़ान एआई126 को भी इसी समस्या के कारण 10 घंटे से अधिक समय तक हवा में रहने के बाद अमेरिकी शहर लौटना पड़ा था।
एयर इंडिया के प्रवक्ता ने एक बयान में कहा कि दो मई को टोरंटो से दिल्ली के लिए बिना कहीं रूके उड़ान भरने वाली एआई 188 को तकनीकी समस्या के कारण फ्रैंकफर्ट की ओर मोड़ दिया गया था।
बयान के अनुसार, ‘विमान कुछ घंटों के भीतर फ्रैंकफर्ट से उड़ान भरकर अपने गंतव्य दिल्ली के लिए रवाना हो गया।’
फ्लाइट ट्रैकिंग वेबसाइट ‘फ्लाइटराडार 24.कॉम पर उपलब्ध जानकारी के अनुसार, यह उड़ान बोइंग 7770-337 (ER) विमान से संचालित की गई थी।
एक सूत्र ने बताया कि पुराने विमानों और यात्रियों के व्यवहार के कारण एयर इंडिया के विमानों को लंबी दूरी के मार्गों पर परिचालन में दिक्कतें आ रही हैं।
सूत्र ने बताया कि अमेरिका और कनाडा के मार्गों पर उड़ान भरने वाले अधिकांश चौड़ी बॉडी वाले विमान पुराने हैं, जिसके कारण उनमें पाइपलाइन/जलनिकासी संबंधी समस्याएं आती रहती हैं। पाइपें पुरानी हैं और आपस में जुड़ी हुई हैं, और जब भी कोई अपशिष्ट टैंक जाम हो जाता है तो इससे विमान के आधे शौचालय अवरुद्ध हो जाते हैं।
सूत्र ने बताया कि आम तौर पर, एक विस्तृत बॉडी प्लेन पर दो अपशिष्ट टैंक होते हैं जिनसे ये शौचालय पाइप जुड़े होते हैं।
इसके अलावा, सूत्र ने बताया कि कुछ यात्री लापरवाही से शौचालय में कचरा फेंक देते हैं उससे भी सिस्टम जाम हो जाता है।
एयरलाइन ने फ्लाइट एआई126 के बारे में बयान में कहा था कि उड़ान के लगभग एक घंटे और पैंतालीस मिनट बाद चालक दल ने बताया कि बिजनेस और इकोनॉमी क्लास के कुछ शौचालय इस्तेमाल करने लायक नहीं रह गए हैं।
बयान के अनुसार, ‘इसके बाद, विमान में 12 में से आठ शौचालय अनुपयोगी हो गए, जिससे विमान में सवार सभी लोगों को परेशानी हुई।’
उस समय, एयरलाइन ने यात्रियों से ‘शौचालय का उपयोग केवल उन्हीं उद्देश्यों के लिए करने’ का आग्रह किया था, जिसके लिए वे बने हैं। साथ ही बताया था कि इससे पहले भी, इसकी टीमों को अन्य उड़ानों में शौचालयों में अन्य अपशिष्टों के अलावा कंबल, अंत:वस्त्र, डायपर जैसी वस्तुएं मिली थीं।
भाषा
शुभम नरेश
नरेश
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