नई दिल्ली : वायु सेना प्रमुख का पदभार संभालने के बाद पहली बार राकेश कुमार सिंह भदौरिया ने प्रेस कान्फ्रेंस की है. इसमें उन्होंने कई जानकारियां साझा की है. भदौरिया ने एम-17 चॉपर के क्रैश होने के बारे में कहा कि इस मामले की कोर्ट एन्क्वायरी पूरी हो गई है. यह हमारी गलती थी कि हमारे मिसाइल ने अपने ही चॉपर को गिरा दिया. वह दो अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई करेंगे. वह मानते हैं कि ये हमारी बड़ी गलती है और आश्वस्त करते हैं कि भविष्य में ऐसी गलती फिर से नहीं होगी.
उन्होंने कहा कि 27 फरवरी को भारत ने पाकिस्तान की तरफ से हुए हमले में एक मिग-21 को खोया था जिसमें पाकिस्तान के भी एफ-16 विमान को गिराया गया था.
वायु सेना प्रमुख ने कहा कि पिछले एक साल के भीतर वायु सेना ने कई कीर्तिमान स्थापित किए हैं जिसमें 26 फरवरी को बालाकोट में किया गया स्ट्राइक भी शामिल है.
IAF Chief RKS Bhadauria on ANI's question that whether Pakistan would be able to jam India's communication with pilots as they did in case of Wing Cdr Abhinandan Varthaman: We have taken steps to ensure safe radio communication. They won’t be able to hear our communication. pic.twitter.com/QvvMAsw2Tq
— ANI (@ANI) October 4, 2019
भारतीय वायु सेना प्रमुख राकेश भदौरिया ने कहा कि हम सुरक्षित रेडियो संचार सेवा उपलब्ध हो इसे सुनिश्चित करने के लिए काम कर रहे हैं. पाकिस्तान हमारी बातचीत को नहीं सुन पा रहा है.
वायु सेना प्रमुख ने कहा कि अगर पाकिस्तान की तरफ से कोई आतंकवादी घटना होगी तो सरकार के फैसले के अनुसार हम जवाब देने को तैयार हैं.
पाकिस्तान की तरफ से छोटे ड्रोन का इस्तेमाल कर भारतीय सीमा में हमला करने पर उन्होंने कहा कि यह हमारे सामने बड़ा खतरा है. इससे निपटने के लिए हम लगातार काम कर रहे हैं. यह स्पेस वाइलेशन का मुद्दा है. इसके लिए उचित कार्रवाई की जा रही है.
भदौरिया ने कहा कि राफेल और एस-400 एयर डिफेंस मिसाइल सिस्टम आने से वायु सेना की क्षमता बढ़ेगी.