नयी दिल्ली, पांच अक्टूबर (भाषा) ऑल इंडिया न्यूजपेपर एडिटर्स कांफ्रेंस (एआईएनईसी) ने ‘न्यूज क्लिक’ से जुड़े मामले में कई पत्रकारों के परिसरों पर पुलिस की छापेमारी पर चिंता जताई और सरकार से निष्पक्ष जांच सुनिश्चित करने की अपील की।
दिल्ली पुलिस ने ‘न्यूज क्लिक’ द्वारा चीन के समर्थन में दुष्प्रचार करने के वास्ते कथित तौर पर रुपये प्राप्त करने के आरोप में गैरकानूनी गतिविधियां रोकथाम अधिनियम (यूएपीए) के तहत दायर मामले में कई पत्रकारों से पूछताछ करने एवं विभिन्न राज्यों में 50 से अधिक ठिकानों की तलाशी लेने के बाद मंगलवार को ‘न्यूज क्लिक’ के संस्थापक प्रबीर पुरकायस्थ और मानव संसाधन प्रमुख अमित चक्रवर्ती को गिरफ्तार कर लिया।
दिल्ली पुलिस की विशेष शाखा ने 37 पुरुष संदिग्धों से अपने कार्यालय में पूछताछ की थी जबकि नौ महिला संदिग्धों से उनके निवास स्थान पर पूछताछ की गई।
इस बीच, यूथ जनर्लिस्ट एसोसिएशन ने एक बयान में कहा कि वह उन पत्रकारों के साथ खड़ा है जो अपना काम निष्ठा एवं ईमानदारी से करते हैं लेकिन वह उन लोगों का समर्थन नहीं करेगा जो ‘‘राष्ट्र हित के खिलाफ काम करते हैं और भारत विरोधी दुष्प्रचार का हथियार बनने के लिए चीन से धन लेते हैं या किसी भी तरह की राष्ट्र विरोधी गतिविधि में शामिल हैं।’’
पुलिस कार्रवाई पर टिप्पणी करते हुए एआईएनईसी ने कहा कि कानून अपना काम करेगा लेकिन सरकार और उसकी एजेंसियों को प्रेस की स्वतंत्रता का सम्मान करना चाहिए और सुनिश्चित करना चाहिए कि जांच निष्पक्ष और पारदर्शी हो।
एआईएनईसी ने कहा, ‘‘यह अहम है कि जांच एजेंसियां अगर कोई वास्तविक अपराध हो तो कार्रवाई करे लेकिन अपनी शक्तियों का इस्तेमाल पत्रकारों की आवाज दबाने या उन्हें धमकाने में न करे।’’
इसने कहा, ‘‘प्रेस की आजादी लोकतंत्र का स्तंभ है और यह सरकार का कर्तव्य है कि वह मीडिया की आजादी को कायम रखे।’’
भाषा धीरज रंजन
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