चेन्नई, 13 नवंबर (भाषा) तमिलनाडु की मुख्य विपक्षी पार्टी अन्नाद्रमुक और उसकी सहयोगी भाजपा ने बृहस्पतिवार को राज्य सरकार से ओमनी बसों के मालिकों की हड़ताल समाप्त कराने के लिए तत्काल कदम उठाने का आग्रह किया।
ओमनी बसों के मालिकों ने पड़ोसी राज्यों द्वारा कथित तौर पर जुर्माना लगाए जाने के बाद अंतर-राज्यीय बसों का परिचालन रोक दिया है।
विपक्ष के नेता और अन्नाद्रमुक प्रमुख एडप्पादी के. पलानीस्वामी ने कहा कि तमिलनाडु के यात्रियों को ओमनी बसों के बंद होने से आस-पास के राज्यों की यात्रा करने में काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है।
पलानीस्वामी ने एक बयान में कहा कि द्रमुक सरकार को और देरी नहीं करनी चाहिए और बस मालिक संघ के पदाधिकारियों के साथ बातचीत करके इस मुद्दे का सौहार्दपूर्ण समाधान निकालना चाहिए और लोगों के लिए आसान यात्रा विकल्प उपलब्ध कराने चाहिए।
अन्नाद्रमुक प्रमुख ने रेखांकित किया कि ओमनी बस मालिक हड़ताल पर हैं और उनका कहना है कि पड़ोसी राज्यों द्वारा तमिलनाडु की ओमनी बसों पर लगाए गए जुर्माने के कारण उनका व्यवसाय प्रभावित हो रहा है।
उन्होंने कहा कि प्रदेश में पिछले लगभग एक सप्ताह से अंतर-राज्यीय बसें निलंबित हैं।
भाजपा की राज्य इकाई के पूर्व प्रमुख के अन्नामलाई ने आरोप लगाया कि इस समस्या का मूल कारण तमिलनाडु की द्रमुक सरकार द्वारा अन्य राज्यों के वाहनों पर ‘‘लालच के कारण’’ लगाया गया अतिरिक्त सड़क कर है।
उन्होंने दावा किया कि पिछले सप्ताह तमिलनाडु में पंजीकृत लगभग 100 ओमनी बसों पर केरल और कर्नाटक में लगभग दो करोड़ रुपये का जुर्माना लगाया गया था। इन दोनों राज्यों में द्रमुक के गठबंधन सहयोगियों का शासन है।
उन्होंने कहा कि इसके मद्देनजर ओमनी बस परिवहन पूरी तरह ठप हो गया है, जिससे तमिलनाडु के यात्रियों को असुविधा हो रही है।
उन्होंने मुख्यमंत्री एम के स्टालिन से केरल और कर्नाटक सरकारों से बातचीत कर इस मुद्दे का समाधान निकालने का आग्रह किया।
भाषा रंजन वैभव
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