नई दिल्ली: खुफिया सूत्रों के मुताबिक, प्रतिबंधित आतंकवादी समूह इस्लामिक स्टेट (आईएस) के तीन कथित सदस्यों की तलाश में कई एजेंसियों ने शनिवार को राष्ट्रीय राजधानी में संयुक्त छापेमारी शुरू की.
ये सभी पुणे आईएस मॉड्यूल मामले में वांछित हैं, जिसमें पिछले कुछ महीनों में कई गिरफ्तारियां हुई हैं.
इस महीने की शुरुआत में, राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) ने इस मामले में चार आतंकी संदिग्धों की तस्वीरें जारी कीं – जिनमें ये तीन भी शामिल हैं, और उनकी गिरफ्तारी के लिए कोई भी जानकारी देने वाले को 3 लाख रुपये का इनाम देने की पेशकश की. इसमें पुणे से तल्हा लियाकत खान, झारखंड से मोहम्मद शाहनवाज सफीउज्जमा आलम उर्फ अब्दुल्ला, और दिल्ली से अब्दुल्ला फैयाज शेख उर्फ डेपरवाला और रिजवान अब्दुल हाजी अली, ये 4 शामिल हैं.
एक ख़ुफ़िया सूत्र ने दिप्रिंट को बताया कि मामले में “जल्द ही सफलता मिलने की उम्मीद है.”
एजेंसियों ने शाहनवाज, जो कि एक खनन इंजीनियर माना जाता है, को दिल्ली में घेर लिया है. सूत्रों के मुताबिक, वह इम्प्रोवाइज्ड एक्सप्लोसिव डिवाइसेज (आईईडी) के “निर्माण और संयोजन” में विशेषज्ञ है. जिन अन्य दो संदिग्धों का पता लगाया जा रहा है वे डेपरवाला और अली हैं.
शाहनवाज इसी साल जुलाई में पुणे पुलिस की हिरासत से भाग गया था. मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, उसे और दो अन्य को दोपहिया वाहन चोरी करने की कोशिश करते समय गिरफ्तार किया गया था. उसके साथ दो अन्य लोग भी कथित तौर पर राजस्थान में एक आतंकी मामले में शामिल थे. आगे की तलाशी के लिए अपने आवास की ओर जाते समय, शाहनवाज कथित तौर पर पुलिस वाहन से कूद गया था.
एक अधिकारी ने उस समय कहा था कि एनआईए ने छापेमारी की है और देश में शांति और सांप्रदायिक सद्भाव को बाधित करने के लिए प्रतिबंधित आतंकवादी संगठन की साजिश को उजागर करने वाली कई आपत्तिजनक सामग्री जब्त की है.
(संपादन: अलमिना खातून)
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