लखनऊ: कानपुर के कुख्यात गैंग्सटर विकास दुबे भले ही एनकाउंटर में मार दिया गया हो लेकिन इसे प्रकरण ने यूपी की कानून व्यवस्था को कटघरे में खड़ा कर दिया है. ऐसे में विपक्ष के सवालों से घिरी योगी सरकार इस तरह की घटना रोकने के लिए यूपी के तमाम कुख्यात गैंगस्टर्स पर शिकंजा कसने की तैयारी में है.
इस सिलसिले में यूपी पुलिस ने मोस्ट वांटेड लोगों की एक लिस्ट तैयार की है जिसके तहत एक-एक करके सबके नेटवर्क को ध्वस्त करने में जुट गई है. इस लिस्ट में मुख्तार अंसारी, अतीक अहमद, खान मुबारक, बबलू श्रीवास्तव समेत कई माफिया हैं जिन पर सरकार की निगाह तिरछी है.
यूपी पुलिस से जुड़े एक अधिकारी ने दिप्रिंट को बताया कि विकास दुबे जैसा प्रकरण अब दोबारा न हो इसके लिए सख्त आदेश आ चुके हैं. पुलिस ऐसे माफियाओं को बढ़ने से पहले ही गिरफ्तार कर सजा दिलाने के प्रयास में जुटी है. वहीं जेलों में जो माफिया बंद हैं उनके गुर्गों की तलाश की जा रही है. यूपी के टॉप मोस्ट वांटेड लोगों की लिस्ट तैयार की गई है. इसी सिलसिले में अभी तमाम गिरफ्तारियां की जाएंगी ताकि इन पर शिकंजा कसा जा सके.
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मुख्तार अंसारी
पूर्वांचल के डॉन कहे जाने वाले मुख्तार अंसारी के खिलाफ यूपी सरकार ने मोर्चा खोल दिया है. मऊ से विधायक मुख्तार अंसारी फिलहाल जेल में हैं लेकिन पिछले कुछ दिनों के भीतर ही उसके कई सहयोगियों को गिरफ्तार किया गया है. मुख्तार के कई करीबियों की संपत्तियां जब्त की गई हैं.
यूपी पुलिस से मिली जानकारी के अनुसार, मुख्तार गैंग के 8 अपराधियों पर गैंगस्टर एक्ट लगाया गया है. गैंग के 5 बदमाश गिरफ्तार किए गए हैं. मुख्तार गैंग के करीबी माने जाने वाले शूटर प्रकाश मिश्रा, बृजेश सोनकर की संपत्ति जब्त कर ली गई है. यूपी के गाजीपुर में मुख्तार अंसारी गैंग के 20 लोगों का शस्त्र लाइसेंस रद्द किया गया इनमें तीन उसके रिश्तेदार भी हैं.
बता दें कि पंजाब के रोपड़ जेल में बंद मुख्तार अंसारी पर हत्या, अपहरण और उगाही के 40 से अधिक केस दर्ज हैं.
अतीक अहमद
प्रयागराज की फूलपुर सीट से पूर्व सांसद और बहुबली अतीक अहमद और उसके करीबियों पर भी सरकार की तिरछी नजर है. अतीक इस वक्त गुजरात की साबरमती जेल में बंद है. उस पर मर्डर, धोखाधड़ी समेत कुल 109 केस दर्ज हैं. उनके भाई व पूर्व विधायक खालिद अजीम उर्फ अशरफ को पिछले हफ्ते गिरफ्तार करने के बाद उसे प्रयागराज की नैनी जेल से बरेली जेल शिफ्ट कर दिया गया है. वहीं दोनों के गुर्गों की तलाश में पुलिस की दबिश जारी है. अतीक के पूरे गैंग को पकड़ने की तलाश में पुलिस की टीमें लगी हैं. अशरफ को कौशाम्बी जिले में उसकी ससुराल से गिरफ्तार किया गया है. अशरफ के खिलाफ 33 मुकदमे दर्ज हैं. कई साल से फरार रहने की वजह से अशरफ पर एक लाख रुपये का ईनाम घोषित किया गया था.
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सुंदर भाटी, अनिल भाटी, सिंह राज भाटी
पश्चिम यूपी में संगठित अपराध के लिए मशहूर रहे सुंदर भाटी व उसके साथियों की फाइल खोली गई है. हाल ही में नोएडा पुलिस ने भाटी अवैध संपत्तियों को कुर्क किया है. फिलहाल सुंदर भाटी अभी हमीरपुर के जेल में बंद है. उसके खिलाफ लूटपाट, हत्या, अपहरण, वसूली समेत दर्जनों मुकदमे दर्ज हैं.
बता दें कि विकास दुबे की तरह ही कई बार मुकदमों में सुंदर भाटी के खिलाफ भी गवाह और सबूत नहीं मिलने के कारण क्लीन चिट दिया जा चुका है. इस बार पुलिस ऐसा मौका नहीं गवाना चाहती इसलिए इसके खिलाफ सारे सबूत ढूंढ़े जा रहे बहैं.
वहीं फरार चल रहे उसके भतीजे अनिल भाटी के खिलाफ 25 हजार का इनाम भी घोषित किया गया है. एक ट्रांसपोर्टर से रंगदारी मामले के आरोप में वह फरार है. इसके अलावा बीजेपी नेता शिव कुमार की हत्या के मामले में वह जमानत पर चल रहा है. वहीं सुंदर भाटी का भाई सिंह राज भाटी अभी फैजाबाद जेल में बंद है. उस पर भी अपने भाई का अपराध में साथ देने का आरोप है.
अनिल दुजाना
पश्चिमी यूपी के एक दूसरे कुख्यात माफिया अनिल दुजाना के खिलाफ भी पुलिस ने फाइल खोली है. उसके गुर्गों की तलाश जारी है. ग्रेटर नोएडा का रहने वाला दुजाना फिलहाल महाराजगंज जिला कारागार में बंद है. उस पर हत्या, डकैती, गैंगस्टर एक्ट, एनएसए समेत 50 मुकदमे दर्ज हैं. वह नोएडा में बिल्डरों से वसूली करने के लिए कुख्यात रहा है. पुलिस उससे जुड़े सभी तारों को जोड़कर उसके साथियों को पकड़ने के प्रयास में जुट गई है.
कई अन्य की भी खुलेगी फाइल
छोटा राजन गैंग से जुड़े रहे खान मुबारक जो कि लखनऊ जेल में बंद है. वहीं माफिया बबलू श्रीवास्तव, पूर्वांचल के माफिया बृजेश सिंह समेत कई अन्य माफियाओं की फाइल खोल ली गई है. इनसे जुड़े गुर्गों की गिरफ्तारी में पुलिस जुट गई है.