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Saturday, 16 November, 2024
होमदेशइंदौर में दो साल बाद जमा होली का रिवायती रंग, फाग यात्रा में जुटे हजारों लोग

इंदौर में दो साल बाद जमा होली का रिवायती रंग, फाग यात्रा में जुटे हजारों लोग

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इंदौर (मप्र), 22 मार्च (भाषा) कोरोना वायरस के कमजोर पड़ने पर मध्यप्रदेश के इंदौर में दो साल के अंतराल के बाद मंगलवार को रंगपंचमी की परंपरागत रौनक लौटी और गेर (विशाल फाग यात्रा) निकाली गई। फागुनी मस्ती के माहौल में निकली गेर में हजारों ‘हुरियारे’ जुटे।

अधिकारियों ने बताया कि कोविड-19 के प्रकोप के चलते प्रशासन ने पिछले दो साल से गेर के आयोजन पर रोक लगा रखी थी। लेकिन इन दिनों महामारी के मामले घटकर बेहद कम रह जाने के मद्देनजर मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने आम लोगों से कहा था कि वे होली और रंगपंचमी के त्योहार पूरी धूम-धाम से मनाते हुए गेर निकालें।

चश्मदीदों ने बताया कि रंगपंचमी की गेर शहर के अलग-अलग हिस्सों से गुजरते हुए ऐतिहासिक राजबाड़ा (इंदौर के पूर्व होलकर शासकों का महल) के सामने पहुंची, जहां जुटे हजारों लोगों पर टैंकरों में लगी मोटरों के जरिये जमकर रंग-गुलाल बरसाया गया। चश्मदीदों ने बताया कि राजबाड़ा क्षेत्र में हुरियारों के जन सैलाब का आलम यह था कि चारों ओर रंगे-पुते नरमुंड ही नरमुंड नजर आ रहे थे।

जानकारों ने बताया कि शहर में गेर की परंपरा रियासत काल में शुरू हुई, जब होलकर राजवंश के लोग रंगपंचमी पर आम जनता के साथ होली खेलने के लिए सड़कों पर निकलते थे। तब गेर में बैलगाड़ियों का बड़ा काफिला होता था जिन पर टेसू के फूलों और अन्य हर्बल वस्तुओं से तैयार रंगों की कड़ाही रखी होती थी। यह रंग गेर में शामिल होने वाले लोगों पर बड़ी-बड़ी पिचकारियों से बरसाया जाता था।

भाषा हर्ष सुरभि

सुरभि

यह खबर ‘भाषा’ न्यूज़ एजेंसी से ‘ऑटो-फीड’ द्वारा ली गई है. इसके कंटेट के लिए दिप्रिंट जिम्मेदार नहीं है.

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