नयी दिल्ली, एक सितंबर (भाषा) दिल्ली के स्वास्थ्य मंत्री पंकज सिंह ने सोमवार को कहा कि यहां चिड़ियाघर में बर्ड फ्लू से कई पक्षियों की मौत के बाद बाजारों और मुर्गा मंडी से मुर्गियों के यादृच्छिक (रैंडम) नमूने लिये जाएंगे।
सिंह ने आश्वासन दिया कि ‘चिंता की कोई बात नहीं है।’ उन्होंने कहा कि स्वास्थ्य विभाग स्थिति से निपटने के लिए पूरी तरह तैयार है।
उन्होंने कहा कि विभाग घटनाक्रम पर कड़ी नजर रख रहा है और शहर के अस्पतालों एवं निगरानी टीम को अलर्ट पर रखा गया है।
सिंह ने ‘पीटीआई-भाषा’ से कहा कि जांच के लिए बाजारों और मुर्गा मंडी (गाज़ीपुर) से मुर्गियों के यादृच्छिक नमूने लिये जायेंगे।
उन्होंने कहा, ‘‘सभी एहतियाती उपाय किये जा चुके हैं और चिंता की कोई बात नहीं है। फिर भी, आश्वस्त रहने के लिए, जो लोग अतिरिक्त सावधानी बरतना चाहते हैं, वे दो-तीन दिनों तक चिकन खाने से परहेज कर सकते हैं। हालांकि यादृच्छिक जांच जारी रहेगी, मैं स्पष्ट कर देना चाहता हूं कि घबराने की कोई बात नहीं है।’’
एक आधिकारिक बयान में कहा गया है कि ‘एवियन इन्फ्लूएंजा’ के कारण 12 पक्षियों की मौत के बाद राष्ट्रीय प्राणी उद्यान में निगरानी और जैव-सुरक्षा उपाय बढ़ा दिये गये हैं।
अधिकारियों के अनुसार, तीन ‘पेंटेड स्टॉर्क (रंगीन सारस)’ और काली गर्दन वाले एक ‘आइबिस’ (बुज्जा) को उपचार के लिए अलग कर दिया गया है और उन्हें निगरानी में रखा गया है।
रविवार तक, छह ‘पेंटेड स्टॉर्क’ और काली गर्दन वाले दो ‘आइबिस’ जलीय पक्षीशाला में मर गए। चार प्रवासी ‘पेंटेड स्टॉर्क’ भी तालाबों में मृत पाये गये।
अधिकारियों ने बताया कि दो ‘पेंटेड स्टॉर्क’ और दो ‘आइबिस’ के नमूनों में एच5एन पाया गया।
बयान के अनुसार, पिछले बृहस्पतिवार को काली गर्दन वाले दो ‘आइबिस’ की मौत हो गयी थी और उनके नमूने राष्ट्रीय उच्च सुरक्षा पशु रोग संस्थान (एनआईएचएसएडी), भोपाल भेजे गए।
रिपोर्टों में एच5एन1 एवियन इन्फ्लूएंजा वायरस की मौजूदगी की पुष्टि हुई।
चिड़ियाघर अगली सूचना तक आगंतुकों के लिए बंद रहेगा।
भाषा राजकुमार सुरेश
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