मुंबई, तीन सितंबर (भाषा) मराठा आरक्षण कार्यकर्ता मनोज जरांगे द्वारा अपना अनशन समाप्त करने के बाद बृहन्मुंबई महानगरपालिका (बीएमसी) के कर्मचारियों ने दक्षिण मुंबई में सड़कों और आजाद मैदान में पड़े कचरे, खाने-पीने की चीजों एवं पानी की बोतलों के ढेर को हटाने के लिए रात भर काम किया।
पांच दिनों तक चले प्रदर्शन के बाद आजाद मैदान से आरक्षण प्रदर्शनकारियों के रवाना होने के साथ मंगलवार को कुछ कार्यकर्ताओं ने महाराष्ट्र भर से समुदाय के सदस्यों द्वारा भेजे गए बचे हुए खाने को स्थानीय निवासियों और इलाके से गुजरने वाले अन्य लोगों में बांटने की कोशिश की।
इसके बावजूद, देर रात तक प्रदर्शन स्थल के अंदर और बाहर कुछ जगहों पर काफी मात्रा में भोजन सामग्री पड़ी रही।
आजाद मैदान और उसके आसपास पानी की बोतलों के ढेर लगे हुए थे और कुछ लोग उन्हें उठाते भी देखे गए।
विश्व मराठा संगठन के एक कार्यकर्ता ने ‘पीटीआई-भाषा’ को बताया कि उन्होंने बची हुई बोतलें मुंबई के सरकारी अस्पतालों में मरीजों को बांटने की योजना बनाई है।
सोमवार के विपरीत आजाद मैदान से कुछ ही मीटर की दूरी पर स्थित छत्रपति शिवाजी महाराज टर्मिनस (सीएसएमटी) के बाहर का चौक और आसपास की सड़कें मंगलवार को अपेक्षाकृत साफ थीं।
हालांकि, बची हुई खाने-पीने की चीजें, मिनरल वाटर की बोतलें, रैपर, पेपर प्लेट और कप सहित कचरे के ढेर अब भी देखे जा सकते हैं।
मराठा समुदाय के एक कार्यकर्ता ने मंगलवार को कहा कि वे प्रदर्शन स्थल की सफाई कर देते, लेकिन मुंबई के बाहर से आए प्रदर्शनकारी पहले ही जा चुके थे और गणपति विसर्जन के कारण स्थानीय लोग चले गए थे।
बीएमसी की टीम ने रात भर सड़कों और आजाद मैदान की सफाई की।
भाषा सुरभि वैभव
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