scorecardresearch
सोमवार, 19 मई, 2025
होमदेशपंजाब और हरियाणा के बाद, ISI के लिए जासूसी और पैसे देने के आरोप में यूपी का शख्स गिरफ्तार

पंजाब और हरियाणा के बाद, ISI के लिए जासूसी और पैसे देने के आरोप में यूपी का शख्स गिरफ्तार

यूपी एटीएस ने कहा है कि रामपुर स्थित व्यवसायी ने संवेदनशील जानकारी दी और गुर्गों को धन और सिम कार्ड उपलब्ध कराकर भारत में आईएसआई के नेटवर्क को मजबूत करने में मदद की.

Text Size:

नई दिल्ली: उत्तर प्रदेश के आतंकवाद निरोधक दस्ते ने रविवार को पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी आईएसआई को संवेदनशील जानकारी देने और भारत में उसके नेटवर्क को सहयोग देने के आरोप में मुरादाबाद के एक व्यापारी को गिरफ्तार किया.

यूपी एटीएस के प्रवक्ता ने बताया कि आरोपी की पहचान राज्य के रामपुर जिले के शहजाद के रूप में हुई है. वह मसालों, कॉस्मेटिक और कपड़ों के व्यापार की आड़ में कई बार पाकिस्तान गया था.

शहजाद पर भारतीय न्याय संहिता, 2023 की धारा 148 और 152 के तहत मामला दर्ज किया गया है. ये धाराएं सरकार के खिलाफ युद्ध की योजना बनाने और भारत की एकता, अखंडता और संप्रभुता को नुकसान पहुंचाने वाले कामों से जुड़ी हैं.

यूपी एटीएस ने कहा है कि शहजाद ने पाकिस्तान में आईएसआई के गुर्गों के साथ अच्छे संबंध बनाए रखे थे और भारत में उनके नेटवर्क को और मजबूत करने के लिए उनके इशारे पर काम कर रहा था. जांचकर्ताओं ने आरोप लगाया है कि इसके लिए उसने पाकिस्तान में अपने आकाओं के निर्देश पर एजेंटों को धन और सिम कार्ड मुहैया कराए थे.

प्रवक्ता ने बताया, “जांच में यह तथ्य भी सामने आया है कि शहजाद पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी आईएसआई के इशारे पर कई बार भारत में मौजूद अपने एजेंटों को पैसे मुहैया कराता था. शहजाद तस्करी की आड़ में रामपुर और उत्तर प्रदेश के अन्य हिस्सों से कई अन्य लोगों को आईएसआई के लिए काम करने के लिए पाकिस्तान भी भेज रहा था.”

उन्होंने आगे कहा, “एजेंटों ने पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी के इन लोगों के वीजा आदि की भी व्यवस्था की थी. शहजाद ने भारत के खिलाफ जासूसी करने के लिए पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी आईएसआई के एजेंटों को भारतीय सिम भी मुहैया कराए थे.”

यह ताजा गिरफ्तारी हरियाणा पुलिस द्वारा यूट्यूबर ज्योति रानी मल्होत्रा ​​को पाकिस्तानी नागरिक अहसान-उर-रहीम उर्फ ​​दानिश के साथ संवेदनशील जानकारी साझा करने के आरोप में गिरफ्तार किए जाने के एक दिन बाद हुई है. दानिश पहले नई दिल्ली में पाकिस्तान उच्चायोग में तैनात थे. दानिश ने कथित तौर पर जानकारी साझा करने के लिए उसे अपने एक एजेंट के तौर पर इस्तेमाल किया था.

पंजाब के मलेरकोटला जिले की पुलिस ने 8 मई को गुजाला और यामीन नामक दो संदिग्धों को गिरफ्तार किया था, जो कथित तौर पर इस “जासूसी” मॉड्यूल से जुड़े थे. पंजाब पुलिस ने पाया कि गुज़ाला की मुलाक़ात दानिश से पाकिस्तान उच्चायोग में हुई थी, जब वह फ़रवरी में वीज़ा के लिए आवेदन करने गई थी, दिप्रिंट ने रिपोर्ट किया था.

दानिश कथित तौर पर सोशल मीडिया और व्हाट्सएप और टेलीग्राम जैसे संचार ऐप के ज़रिए लगातार इन गुर्गों से जुड़ा हुआ था. पंजाब और हरियाणा के जांचकर्ताओं ने पाया है कि गुज़ाला कभी पाकिस्तान नहीं गई, जबकि यामीन दो बार – 2018 और 2022 में – पाकिस्तान गए, जबकि ज्योति चार बार पाकिस्तान गई.

(इस रिपोर्ट को अंग्रेज़ी में पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें)


यह भी पढ़ें: कर्नल कुरैशी पर विजय शाह की टिप्पणी एक ऐसी मानसिकता है जिस पर कई बरसों से लगाम नहीं कसी गई


share & View comments