शिमला, 10 मार्च (भाषा) आम आदमी पार्टी (आप) को हिमाचल प्रदेश में साल के अंत में प्रस्तावित विधानसभा चुनावों में भी ‘पंजाब सरीखा’ प्रदर्शन दोहराने की उम्मीद है।
वहीं, पहाड़ी राज्य में सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने दावा किया है कि वह उत्तर प्रदेश और उत्तराखंड के विधानसभा चुनावों में शानदार प्रदर्शन करने के बाद हिमाचल में भी सत्ता बरकरार रखने में कामयाब रहेगी।
पड़ोसी पंजाब में प्रचंड जीत की ओर अग्रसर ‘आप’ की हिमाचल इकाई के अध्यक्ष अनूप केसरी ने ‘पीटीआई-भाषा’ से कहा कि राज्य के लोग पारंपरिक राजनीतिक दलों से ‘आजिज’ आ चुके हैं।
उन्होंने कहा, “पंजाब की तरह की ‘आप’ हिमाचल में भी इतिहास रचेगी। पार्टी पहाड़ी राज्य में अपने दम पर सरकार बनाएगी।”
अरविंद केजरीवाल के नेतृत्व वाली ‘आप’ हिमाचल प्रदेश में हुए पिछले विधानसभा चुनावों में एक भी सीट नहीं जीत पाई थी। हालांकि, उसने पंजाब के पिछले चुनावों में चार लोकसभा और 20 विधानसभा सीटों पर जीत हासिल की थी।
इस बारे में पूछे जाने पर केसरी ने दावा किया कि ‘आप’ हिमाचल प्रदेश के सभी 67 विधानसभा क्षेत्रों में अपना जनाधार बनाने में सफल रही थी।
उन्होंने कहा, “पंजाब के चुनावी नतीजों का हिमाचल प्रदेश में ‘आप’ के प्रदर्शन पर यकीनन सकारात्मक असर होगा।” केसरी ने बताया कि ‘आप’ के राष्ट्रीय संयोजक अरविंद केजरीवाल सहित कई अन्य वरिष्ठ पार्टी नेता जल्द हिमाचल का दौरा करेंगे।
ऊना जिले के निवासी केसरी ने कहा कि उन्हें चुनाव मैदान में किस सीट से उतारा जाएगा, इस पर फैसला पार्टी आलाकमान करेगा।
वहीं, प्रदेश भाजपा अध्यक्ष के प्रवक्ता रणधीर शर्मा ने ‘पीटीआई-भाषा’ से कहा कि यूपी और उत्तराखंड की तरह ही उनकी पार्टी हिमाचल में भी अपनी सफलता दोहराने में कामयाब रहेगी।
शर्मा ने दावा किया कि मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर के नेतृत्व में भाजपा सरकार राज्य में अच्छा प्रदर्शन कर रही है और हालिया बजट में उसने वृद्धावस्था पेंशन की आयुसीमा 70 से घटाकर 60 साल कर दी है।
उन्होंने उम्मीद जताई कि ये उपाय हिमाचल में सत्ता बरकरार रखने में भाजपा की मदद करेंगे।
‘आप’ के दावे पर शर्मा ने कहा कि हिमाचल में तीसरे दल के लिए कोई गुंजाइश नहीं है। उन्होंने दावा किया, “पहले भी ऐसे प्रयोग किए गए थे, लेकिन वे असफल रहे।”
उधर, विपक्षी कांग्रेस भी हिमाचल में हाल ही में संपन्न उपचुनावों में शानदार प्रदर्शन के बाद राज्य के भावी विधानसभा चुनावों में अपनी जीत को लेकर आशावान है।
भाषा पारुल माधव
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