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Thursday, 7 August, 2025
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पुणे में भव्य स्वागत के बाद पुरोहित ने कहा, मेरी देशभक्ति व राष्ट्र के प्रति निष्ठा पर कोई सवाल नहीं उठा सकता

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(फोटो सहित)

पुणे, तीन अगस्त (भाषा) मालेगांव बम विस्फोट मामले में 17 साल की लंबी लड़ाई के बाद बरी हुए लेफ्टिनेंट कर्नल प्रसाद पुरोहित ने रविवार को कहा कि कोई दुश्मन भी उनकी देशभक्ति और राष्ट्र के प्रति निष्ठा पर सवाल नहीं उठा सकता। पुरोहित के घर पहुंचने पर उनके परिजनों और शुभचिंतकों ने उनका जोरदार स्वागत किया।

मुंबई की एक विशेष अदालत ने बृहस्पतिवार को पुरोहित, भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की पूर्व सांसद प्रज्ञा सिंह ठाकुर और पांच अन्य को बरी कर दिया। नासिक जिले के मालेगांव में 2008 में हुए विस्फोट में छह लोगों की मौत हो गई थी और 101 अन्य घायल हो गए थे।

रविवार को जब पुरोहित पुणे लौटे तो उनका स्वागत करने के लिए उनके मित्र, परिवार के सदस्य, समर्थक, विभिन्न दक्षिणपंथी संगठनों के सदस्य और अन्य लोग लॉ कॉलेज रोड पर स्थित शांतिशीला आवासीय सोसाइटी के बाहर एकत्रित हुए। पुरोहित इसी सोसाइटी में रहते हैं।

ढोल-नगाड़े की थाप और पुष्प वर्षा के बीच पुरोहित अपनी पत्नी के साथ खुली जीप में सवार हुए, जिसके बाद जुलूस निकाला गया। जुलूस में शामिल लोगों ने भी उनके बरी होने पर ‘‘जय श्रीराम’’ और ‘‘सनातन धर्म की जय’’ के नारे लगाए और लंबी कानूनी लड़ाई के अंत पर खुशी जताई।

भावुक दिख रहे पुरोहित ने उपस्थित लोगों को संबोधित करते हुए कहा, ‘मैंने कभी सोचा भी नहीं था कि आप सभी के द्वारा मेरा इतना भव्य स्वागत होगा। मैं निशब्द हूं और अपने विचार या भावनाएं व्यक्त करने में असमर्थ हूं।’

उन्होंने कहा, ‘झूठे आरोप लगने पर जो दर्द सहा जाता है, उसकी कल्पना ही की जा सकती है। लेकिन मुझे उनका सामना करने में कभी कोई कठिनाई नहीं हुई।’

पुरोहित ने कहा कि वह अपनी पत्नी और मां को अपने साथ हुए अत्याचार और अपमान के बारे में कभी नहीं बता पाए, लेकिन वे हमेशा समझती थीं।

उन्होंने कहा कि इन सभी वर्षों में, उनके रिश्तेदार, दोस्त और बड़ी संख्या में शुभचिंतक हमेशा उनके साथ खड़े रहे।

उन्होंने कहा, ‘एक सैन्यकर्मी के रूप में मैं पूरे विश्वास के साथ कह सकता हूं कि कोई दुश्मन भी मेरी देशभक्ति और राष्ट्र के प्रति निष्ठा पर सवाल नहीं उठा सकता। अदालत में अपनी दलीलों के दौरान मैंने इस बात पर जोर दिया कि मुझे कुछ भी कहा जाए, लेकिन आतंकवादी या देशद्रोही नहीं कहा जाए।’

अपने आवासीय परिसर में पहुंचने के बाद, पुरोहित ने हनुमान मंदिर में पूजा-अर्चना की।

इस बीच, मौके पर मौजूद भाजपा की राज्यसभा सदस्य मेधा कुलकर्णी ने कहा कि पुरोहित का बरी होना उन लोगों के लिए अदालत का एक करारा तमाचा है जिन्होंने ‘भगवा आतंकवाद’ शब्द गढ़ा था।

उन्होंने कहा, ‘द केरल स्टोरी और द कश्मीर फाइल्स जैसी फिल्मों की तरह, इन फर्जी कहानियों को उजागर करने के लिए मालेगांव स्टोरीज नामक एक फिल्म बनाई जानी चाहिए।’

भाषा आशीष प्रशांत

प्रशांत

यह खबर ‘भाषा’ न्यूज़ एजेंसी से ‘ऑटो-फीड’ द्वारा ली गई है. इसके कंटेंट के लिए दिप्रिंट जिम्मेदार नहीं है.

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