नई दिल्ली: अफगान तालिबान ने अपनी कैद से 3 भारतीय इंजीनियरों को रिहा कर दिया है. इनकी रिहाई के बदले तालिबान के 11 सदस्यों को छोड़ा गया है. ये सभी तालिबान के शीर्ष अधिकारी माने जाते हैं.
पिछले कई महीनों से तालिबान और अमेरिका के बीच शांति वार्ता चल रही है. इनकी रिहाई को इसी का नतीजा माना जा रहा है. अफगानिस्तान में पिछले महीने तालिबान ने एक आतंकवादी घटना को अंजाम दिया था. जिसके बाद अमेरिका ने तालिबान से शांति वार्ता को रद्द कर दिया था.
इस पूरे मामले पर अभी तक भारतीय और अफगानी अधिकारियों की तरफ से कोई बयान नहीं आया है.
अफगान तालिबान ने बंधक बनाए गए तीन भारतीय इंजीनियरों के बदले 11 तालिबानी नेताओं की रिहाई की मांग की थी. जिसे अब पूरा कर दिया गया है. रिहा हुए नेताओं में तालिबान के कुछ महत्वपूर्ण नेता भी शामिल हैं. रिहा किए गए तालिबानी नेताओं में तालिबान के प्रमुख नेता शेख अब्दुल रहीम और मौलवी अब्दुर राशिद भी शामिल हैं.
इन कैदियों की अदला-बदली कहां की गई है इसकी अभी तक कोई जानकारी नहीं मिली है. भारतीय कैदियों की रिहाई की पुष्टि अफगान तालिबान कर रही है, लेकिन अफगान सरकार ने इसकी पुष्टि अभी तक नहीं की है. मई 2018 में हुए अपहरण की जिम्मेदारी किसी समूह ने नहीं ली थी.
इस पूरी घटना के बारे में अभी तक भारतीय विदेश मंत्रालय के तरफ से कोई बयान नहीं आया है.
मई 2018 में अफगानिस्तान के उत्तरी बघलान प्रांत के एक ऊर्जा संयंत्र से 7 भारतीय इंजीनियरों का अपहरण कर लिया गया था. अपहरण किए गए लोगों में से एक को मार्च में रिहा कर दिया गया था. बाकी लोगों के बारे में अभी तक कोई जानकारी नहीं है.