नई दिल्ली: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अपने आवास पर शनिवार को अफगानी सिख-हिदूं प्रतिनिधिमंडल से मुलाकात की. सिख धर्मगुरुओं के एक प्रतिनिधिमंडल ने शुक्रवार को भी पीएम मोदी से मुलाकात की थी.
प्रधानमंत्री ने अल्पसंख्यक समुदाय के नेताओं से मुलाकात की, जो पिछले साल अगस्त के मध्य में तालिबान द्वारा देश पर कब्जा करने के बाद से अफगानिस्तान में उत्पीड़न का सामना कर रहे हैं.
यह प्रधानमंत्री मोदी द्वारा शुक्रवार को अपने आधिकारिक आवास पर सिख समुदाय के प्रतिष्ठित व्यक्तियों और आध्यात्मिक नेताओं के एक प्रतिनिधिमंडल की मेजबानी के बाद हुआ है.
पीएम मोदी ने नामधारी संप्रदाय के आध्यात्मिक नेता, लुधियाना के श्री भैनी साहिब से उदय सिंह के साथ अपनी मुलाकात की एक तस्वीर भी ट्विटर पर पोस्ट की.
यह बैठक 20 फरवरी को पंजाब विधानसभा चुनाव के लिए मतदान से पहले हो रही है.
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पीएम मोदी ने एक ट्वीट में कहा, ‘संत समाज और सिख समुदाय की प्रतिष्ठित हस्तियों से मुलाकात की. ये सभी पटवंत थे जिन्होंने पूरे देश और दुनिया में सिख समुदाय और संस्कृति का प्रसार किया और मानवता की सेवा की.’
प्रधानमंत्री कार्यालय (पीएमओ) द्वारा साझा की गई बैठक के एक वीडियो जिसमें सिख प्रतिनिधियों को पीएम मोदी को ‘कृपाण’ उपहार में देते देखा गया.
हाल के वर्षों में भारत ने अफगानिस्तान के विकास में महत्वपूर्ण योगदान दिया है.
भारत ने युद्धग्रस्त देश को मानवीय सहायता के तहत चिकित्सा सहायता के अपने चौथे बैच के हिस्से के रूप में अफगानिस्तान को तीन टन दवाओं की आपूर्ति की है.
विदेश मंत्रालय ने 29 जनवरी को एक बयान में कहा था, ‘हमारी मानवीय सहायता के हिस्से के रूप में चल रही मदद, जिसमें भारत ने अफगानिस्तान को तीन टन आवश्यक जीवन रक्षक दवाओं से युक्त चिकित्सा सहायता के चौथे बैच की आपूर्ति की है. इसे इंदिरा गांधी अस्पताल, काबुल को सौंप दिया गया.’
पानी, सड़क, स्वास्थ्य, शिक्षा, कृषि और क्षमता निर्माण जैसे महत्वपूर्ण क्षेत्रों में भारतीय विकास परियोजनाएं शुरू की गई हैं। भारत का जोर अफगानिस्तान के लोगों के कल्याण और बेहतरी पर रहा है.