मुंबई, 31 मई (भाषा) एमएमआरडीए द्वारा मुंबई में दो बड़ी बुनियादी ढांचा परियोजनाओं के लिए निविदा प्रक्रिया को रद्द करने के अपने फैसले से उच्चतम न्यायालय को अवगत कराए जाने के बाद शिवसेना (उद्धव बालासहेब ठाकरे) नेता आदित्य ठाकरे ने शनिवार को महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे को बर्खास्त करने की मांग की।
एक संवाददाता सम्मेलन को संबोधित करते हुए ठाकरे ने कहा कि मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस को पुलिस की आर्थिक अपराध शाखा (ईओडब्ल्यू), प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) या आयकर विभाग द्वारा शिंदे के खिलाफ जांच का आदेश देना चाहिए।
शुक्रवार को मुंबई महानगर प्रदेश विकास प्राधिकरण (एमएमआरडीए) ने उच्चतम न्यायालय को बताया कि वह गायमुख-घोडबंदर-भायंदर परियोजना से जुड़ी दो निविदाओं को रद्द कर रहा है और कहा कि वह ‘व्यापक सार्वजनिक हितों की रक्षा के लिए’ नए सिरे से बोलियां आमंत्रित करने की प्रक्रिया शुरू करेगा।
शिंदे एमएमआरडीए के अध्यक्ष हैं और राज्य के शहरी विकास मंत्री भी हैं।
ठाकरे ने कहा, ‘सरकार को पीछे क्यों हटना चाहिए? कोई भी ठेकेदार एक निविदा के लिए सरकार के खिलाफ नहीं जाता। यह केवल एक घोटाला है। निविदा रद्द करने का मतलब यह नहीं है कि सब कुछ साफ है। आपके (एमएमआरडीए) सामने तलवार लटक रही थी, इसलिए आपको निविदा रद्द करनी पड़ा।’
उन्होंने कहा, ‘क्या मुख्यमंत्री फडणवीस इस मामले की जांच ईओडब्ल्यू, आयकर विभाग या प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) से करवाएंगे? मुख्यमंत्री को स्वयं एमएमडीआरए का प्रभार संभालना चाहिए।’
ठाकरे ने कहा, ‘शिंदे का भ्रष्टाचार साबित हो चुका है। क्या आप जांच पूरी होने तक उन्हें मंत्रिमंडल से बर्खास्त करेंगे? उन्हें कार्रवाई का सामना करना होगा।’
भाषा
शुभम पवनेश
पवनेश
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