पुणे, नौ फरवरी (भाषा) अभिनेता राहुल सोलापुरकर ने रविवार को डॉ. बाबासाहेब आंबेडकर को ज्ञान प्राप्त करने के वैदिक संदर्भ में ‘‘ब्राह्मण’’ बताया, जिसे लेकर विवाद खड़ा हो गया। इस टिप्पणी पर आलोचनाओं के बाद अभिनेता ने माफी मांगी है।
इससे कुछ दिन पहले छत्रपति शिवाजी महाराज पर उनके ‘पॉडकास्ट’ के कारण विरोध प्रदर्शन हुए थे।
भारी विरोध के बीच सोलापुरकर ने समाज सुधारक और भारत के संविधान निर्माता आंबेडकर के संबंध में अपने शब्दों के चयन को लेकर खेद जताया।
सोशल मीडिया पर सामने आए एक वीडियो में अभिनेता ने दावा किया कि आंबेडकर का जन्म एक बहुजन परिवार में रामजी सकपाल के घर हुआ था। बाद में, आंबेडकर के शिक्षक ने उन्हें गोद ले लिया, जिन्होंने उन्हें अपना उपनाम दिया।
अभिनेता ने कहा, ‘‘वेदों में कहा गया है कि जो व्यक्ति ज्ञान प्राप्त करता है वह ब्राह्मण बन जाता है। इस लिहाज से, आंबेडकर ब्राह्मण थे क्योंकि उन्होंने ज्ञान प्राप्त किया था।’’
राकांपा (एसपी) विधायक जितेंद्र आव्हाड ने सोलापुरकर की टिप्पणी पर उनकी आलोचना की।
आव्हाड ने ‘एक्स’ पर वीडियो साझा करते हुए कहा, ‘‘राहुल सोलापुरकर ने अब सारी हदें पार कर दी हैं। वह जहां भी नजर आये, जूतों से पीटा जाना चाहिए। उनके जैसे लोग, जातिवादी विचारधाराओं से प्रेरित हैं, जिन्होंने महाराष्ट्र और देश को बर्बाद कर दिया है।’’
आलोचनाओं का सामना कर रहे सोलापुरकर, जिन्होंने कई मराठी फिल्मों में काम किया है, ने आंबेडकर के बारे में अपनी टिप्पणी को लेकर माफी मांगी।
उन्होंने कहा, ‘‘मैंने छत्रपति शिवाजी महाराज और बाबासाहेब अंबेडकर पर कई व्याख्यान दिए हैं। मुझे इस बात की बिल्कुल ही जानकारी नहीं है कि सोशल मीडिया पर ऐसे वीडियो क्यों प्रसारित किए जा रहे हैं। एक बार फिर, मैं अपनी टिप्पणियों के लिए सभी से माफी मांगता हूं। भविष्य में मैं महापुरुषों के बारे में कोई गलत बयान नहीं दूंगा।’’
भाषा
शफीक सुभाष
सुभाष
यह खबर ‘भाषा’ न्यूज़ एजेंसी से ‘ऑटो-फीड’ द्वारा ली गई है. इसके कंटेंट के लिए दिप्रिंट जिम्मेदार नहीं है.