मुंबई, 21 जनवरी (भाषा) आगामी फिल्म में नाथूराम गोडसे की भूमिका निभाने के लिए आलोचना का सामना कर रहे अभिनेता और राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा) के सांसद डॉ. अमोल कोल्हे ने शुक्रवार को कहा कि उन्होंने महात्मा गांधी के हत्यारे के विचारों और कार्यों का कभी समर्थन नहीं किया।
राकांपा के नेता और महाराष्ट्र के मंत्री जितेंद्र आव्हाड ने भी कोल्हे के खिलाफ हमला किया। वहीं, विपक्षी दल भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने कोल्हे से गोडसे पर अपना रुख स्पष्ट करने को कहा।
पश्चिमी महाराष्ट्र के शिरूर से सांसद कोल्हे ने शुक्रवार को एक वीडियो संदेश जारी किया। कोल्हे ने कहा, ‘‘ऐसा लगता है कि हिंदी फिल्म ‘‘व्हाई आई किल्ड गांधी’’ में गोडसे के रूप में मेरी भूमिका के कारण बहुत से लोग आहत हुए हैं…मैंने कभी भी गोडसे के कृत्य या महात्मा गांधी के खिलाफ उसके विचारों का समर्थन नहीं किया।’’
भूमिका स्वीकार करने के पीछे की परिस्थितियों के बारे में कोल्हे ने कहा कि छत्रपति शिवाजी की भूमिका निभाने के बाद वह टीवी पर या किसी फिल्म में छत्रपति संभाजी (शिवाजी के पुत्र) की भूमिका निभाना चाहते थे। एमबीबीएस कर चुके कोल्हे ने कहा कि उन्हें संभाजी पर एक धारावाहिक के लिए प्रस्ताव मिला, लेकिन कुछ दिनों के बाद शूटिंग रुक गई। उन्होंने कहा कि उसी समय, 2017 में उन्हें अशोक त्यागी द्वारा निर्देशित फिल्म में गोडसे की भूमिका निभाने का प्रस्ताव मिला।
कोल्हे ने कहा कि दिवंगत नीलू फुले या प्राण जैसे अभिनेताओं ने फिल्मों में नकारात्मक भूमिकाएं निभाईं लेकिन वास्तविक जीवन में वे प्रगतिशील व्यक्ति थे। उन्होंने कहा, ‘‘मैं दोहराना चाहूंगा कि मैं गोडसे की विचारधारा का समर्थन नहीं करता।’’ कोल्हे ने कहा कि उन्होंने फिल्म का प्रचार भी नहीं किया। उन्होंने कहा, ‘‘2017 में अभिनेता के तौर पर मैं फिल्मों में भूमिका पाना चाहता था। इसे उसी संदर्भ में समझा और देखा जाना चाहिए।’’
इस बीच, कांग्रेस की महाराष्ट्र इकाई के प्रमुख नाना पटोले ने कहा कि उनकी पार्टी ‘‘गांधी की हत्या करने वालों का समर्थन और प्रचार करने की निंदा करती है।’’ प्रदेश भाजपा प्रमुख चंद्रकांत पाटिल ने कहा कि कोल्हे को ‘‘गोडसे और उसके विचारों पर अपना रुख’’ स्पष्ट करना चाहिए क्योंकि उनके नेता (राकांपा प्रमुख) शरद पवार गोडसे के विचारों को स्वीकार नहीं करते।
इससे पहले, फिल्म का ट्रेलर सामने आने के बाद राकांपा नेता और राज्य के आवास मंत्री जितेंद्र आव्हाड ने इस मुद्दे को लेकर कोल्हे पर निशाना साधा था। आव्हाड ने कहा, ‘‘उन्होंने (कोल्हे) एक अभिनेता के रूप में गोडसे का किरदार निभाया, लेकिन यह वास्तव में उसके विचारों का समर्थन है।’’
हालांकि, राकांपा की महाराष्ट्र इकाई के प्रमुख जयंत पाटिल ने कोल्हे का बचाव करने का प्रयास किया। पाटिल ने कहा, ‘‘कोल्हे ने 2017 में फिल्म की शूटिंग पूरी की। वह 2019 के लोकसभा चुनाव से कुछ महीने पहले राकांपा में शामिल हुए थे। उस फिल्म के बाद कोल्हे ने एक मराठी धारावाहिक में छत्रपति शिवाजी महाराज की भूमिका भी निभाई। लोगों ने उन्हें अभिनेता के साथ-साथ सांसद के रूप में भी स्वीकार किया है।’’
पाटिल ने कहा, ‘‘लोकसभा में भी उनका प्रदर्शन अच्छा है। आप उनके भाषणों को यूट्यूब पर देख सकते हैं। उन्होंने शाहू महाराज, ज्योतिराव फुले और डॉ. बाबासाहेब आंबेडकर जैसे महान समाज सुधारकों के विचारों का भी समर्थन किया है। हम (गोडसे पर आधारित) फिल्म की निंदा करते हैं।’’
भाषा आशीष दिलीप
दिलीप
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