बीदर (कर्नाटक), छह अगस्त (भाषा) कर्नाटक के वन मंत्री ईश्वर खांडरे ने बुधवार को कहा कि यदि जांच में यह पुष्टि हो जाती है कि धर्मस्थल के वन क्षेत्र में शवों को अवैध रूप से दफनाया गया था, तो विभाग के अधिकारियों और कर्मचारियों के खिलाफ अनुशासनात्मक कार्रवाई की जाएगी।
राज्य सरकार द्वारा गठित एक विशेष जांच दल (एसआईटी) पिछले दो दशकों में धर्मस्थल में सामूहिक हत्या, बलात्कार और अवैध दफन के आरोपों की जांच कर रहा है।
एक पूर्व सफाई कर्मचारी, जिसकी पहचान उजागर नहीं की गई है, ने दावा किया कि वह 1995 से 2014 के बीच धर्मस्थल में कार्यरत था और उसे महिलाओं और नाबालिगों सहित कई शवों को दफनाने के लिए मजबूर किया गया था।
उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि कुछ शवों पर यौन उत्पीड़न के निशान थे। शिकायतकर्ता ने मजिस्ट्रेट के सामने बयान दर्ज कराया है।
खांडरे ने यहां संवाददाताओं से कहा, ‘‘जांच जारी है और इसके निष्कर्षों के आधार पर आगे की कार्रवाई की जाएगी। यदि वन अधिकारियों की ओर से कोई चूक या लापरवाही पाई जाती है तो कानून के अनुसार अनुशासनात्मक कार्रवाई की जाएगी।’’
भाषा देवेंद्र धीरज
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