भुवनेश्वर, 28 अप्रैल (भाषा) ओडिशा के उच्च शिक्षा मंत्री सूर्यवंशी सूरज ने सोमवार को कहा कि हाल में आयोजित ओपीएससी और ओएसएससी परीक्षाओं के दौरान सामने आयी अनियमितताओं के लिए जिम्मेदार पाये जाने वालों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी।
ओडिशा लोक सेवा आयोग (ओपीएससी) द्वारा रविवार को आयोजित ओडिशा सिविल सेवा (ओसीएस) मुख्य परीक्षा 2023 में शामिल होने वाले अभ्यर्थियों ने दावा किया कि मानव विज्ञान के पहले प्रश्नपत्र के प्रश्न दूसरे प्रश्नपत्र से थे और दूसरे प्रश्नपत्र के प्रश्न पहले प्रश्नपत्र से थे।
इसके अलावा, रविवार को ओडिशा कर्मचारी चयन आयोग (ओएसएससी) की संयुक्त भर्ती मुख्य परीक्षा में शामिल होने वाले अभ्यर्थियों ने आरोप लगाया कि सामान्य अंग्रेजी, उड़िया भाषा और सामान्य अध्ययन के कुछ हिस्सों समेत पाठ्यक्रम के महत्वपूर्ण खंड प्रश्नपत्र से गायब थे।
एक सार्वजनिक नोटिस में ओपीएससी ने कहा कि उसने पाया है कि मानव विज्ञान के पहले प्रश्नपत्र में सवाल दूसरे प्रश्नपत्र के पाठ्यक्रम से और दूसरे प्रश्नपत्र के प्रश्न पहले प्रश्नपत्र के पाठ्यक्रम से हैं।
ओएसएससी ने कहा, ‘‘आयोग इस गलती को स्वीकार करता है और खेद व्यक्त करता है। वह सुधार के उपाय करने के लिए प्रतिबद्ध है। आयोग शेष बचे भागों, सामान्य अंग्रेजी, उड़िया भाषा, सामान्य अध्ययन के कुछ हिस्सों को मिलाकर एक और परीक्षा आयोजित करने के विकल्प पर विचार कर रहा है।’’
उच्च शिक्षा मंत्री ने यहां पत्रकारों से कहा कि इन परीक्षाओं के आयोजन से जुड़े संबंधित विभाग निश्चित रूप से इन खामियों की जांच करेंगे।
सूरज ने कहा कि राज्य सरकार ने हाल में विधानसभा में एक विधेयक पारित किया है, ताकि परीक्षा संबंधी ऐसी विसंगतियों के खिलाफ सख्त कदम उठाए जा सकें।
उन्होंने आश्वासन दिया कि जांच के दौरान दोषी पाये जाने वालों के खिलाफ कानून के अनुसार कार्रवाई की जाएगी।
इस बीच, नौकरी के इच्छुक कई उम्मीदवारों ने सोमवार को ओएसएससी के कार्यालय के समक्ष प्रदर्शन किया और यातायात में उपनिरीक्षक और आबकारी पदों पर भर्ती के लिए नए सिरे से परीक्षा कराने की मांग की।
भाषा
राजकुमार दिलीप
दिलीप
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