जयपुर, 11 मार्च (भाषा) राजस्थान के भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो (एसीबी) ने आय से अधिक संपत्ति के मामले में मंगलवार को जयपुर विकास प्राधिकरण (जेडीए) के अधीक्षण अभियंता अविनाश शर्मा और अन्य के परिसरों पर छापेमारी की। अधिकारियों ने यह जानकारी दी।
ब्यूरो के एक अधिकारी ने बताया कि सूत्रों एवं गोपनीय सत्यापन से संदिग्ध अधिकारी द्वारा राजकीय सेवा में नियुक्त होने से अब तक करीब 6.25 करोड़ रुपये की आय से अधिक कीमत की संपत्तियां अर्जित करने के बारे में पता चला जो उनकी आय से 253 प्रतिशत अधिक है।
एसीबी के एक अधिकारी ने बताया कि संदिग्ध अधिकारी के जयपुर के विभिन्न ठिकानों एवं जेडीए कार्यालय में ब्यूरो की दर्जनभर टीमों द्वारा तलाशी ली जा रही है।
सूत्रों ने बताया कि अधिकारी ने जयपुर के गोपालपुरा मोड़, मानसरोवर, सांगानेर, पृथ्वीराज नगर, जगतपुरा, प्रतापनगर और रिंग रोड जैसे प्रमुख क्षेत्रों के आसपास की 25 कॉलोनियों में 50 से अधिक संपत्तियां खरीदी हैं। उन्होंने निर्माण में भी करोड़ों रुपये खर्च किए हैं।
एसीबी के अधिकारियों ने पाया है कि संदिग्ध अधिकारी द्वारा जयपुर विकास प्राधिकरण में पदस्थापन के दौरान कथित रूप से भ्रष्टाचार करते हुए गृह निर्माण समितियों एवं बिल्डर को लाभ पहुंचाकर परितोषण स्वरूप अथवा काफी कम दरों पर भूखण्ड अर्जित किये जिनकी खरीद के समय भी कीमत करोड़ों रुपये थी।
इसके अनुसार, संदिग्ध अधिकारी व परिवारजनों के कुल सात बैंक खातों में करीब 30 लाख रुपये जमा होने के बारे में भी जानकारी मिली है। एसीबी के मुताबिक, संदिग्ध अधिकारी की बेटियों की स्कूली शिक्षा, कोचिंग एवं उच्च शिक्षा पर करीब 50 लाख रुपये खर्च किए जाने की भी सूचना है तथा म्यूचुअल फंड में करीब 90 लाख रुपये का निवेश किए जाने के बारे में पता चला है।
एजेंसी ने बताया कि इसके अलावा संदिग्ध अधिकारी द्वारा चौपहिया व दुपहिया वाहन खरीदने के लिए 25 लाख रुपये खर्च करने की भी जानकारी मिली है।
भाषा पृथ्वी नोमान
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