जबलपुर, पांच मई (भाषा) अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (एबीवीपी) ने रानी दुर्गावती विश्वविद्यालय द्वारा आयोजित बीएससी द्वितीय वर्ष के फाउंडेशन कोर्स की परीक्षा में सोलहवीं शताब्दी में गोंडवाना और गढ़ा-मण्डला की महारानी दुर्गावती के समाधि स्थल के लिए ‘मकबरा’ शब्द के इस्तेमाल के खिलाफ सोमवार को प्रदर्शन किया।
एबीवीपी के एक पदाधिकारी ने कहा कि इससे हिंदू भावनाएं आहत हुई हैं क्योंकि परंपरा के हिसाब से बलिदान देने वालों के लिए इस तरह के शब्द का इस्तेमाल नहीं किया जाता है।
उन्होंने लापरवाही और त्रुटि के लिए पेपर सेट करने वाले, मॉडरेटर और परीक्षा नियंत्रक के खिलाफ कार्रवाई की मांग की। विश्वविद्यालय ने इस त्रुटि के लिए जिम्मेदार व्यक्ति के खिलाफ कार्रवाई का भरोसा दिया है। शनिवार को आयोजित परीक्षा में जबलपुर में रानी दुर्गावती के समाधि स्थल के लिए ‘मकबरा’ शब्द का इस्तेमाल किया गया था।
एबीवीपी के प्रदेश सचिव माखन शर्मा ने कहा कि यह रानी का अपमान है, जिनके नाम पर विश्वविद्यालय का नाम रखा गया है।
उन्होंने बताया कि एबीवीपी की शहर इकाई ने विश्वविद्यालय परिसर में प्रदर्शन किया। उन्होंने कहा कि गोंडवाना की महारानी दुर्गावती ने मुगलों से लड़ते हुए युद्ध के मैदान में अपने प्राणों की आहुति दी थी।
शर्मा ने कहा, ‘एबीवीपी मांग करती है कि विश्वविद्यालय प्रशासन इस लापरवाही और त्रुटि के लिए पेपर सेट करने वाले, मॉडरेटर और परीक्षा नियंत्रक के खिलाफ कार्रवाई करे।’
विश्वविद्यालय के कुलपति आर के वर्मा ने संवाददाताओं से कहा कि प्रश्नपत्र में त्रुटि के लिए जिम्मेदार व्यक्ति के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।
भाषा
ब्रजेन्द्र, रवि कांत रवि कांत
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