नयी दिल्ली, 28 सितंबर (भाषा) राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) से संबद्ध अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (एबीवीपी) ने दिल्ली विश्वविद्यालय (डीयू) प्रशासन से दिल्ली विश्वविद्यालय छात्र संघ (डूसू) चुनाव के परिणाम तत्काल घोषित करने का शनिवार को आग्रह किया।
एबीवीपी नेताओं ने यहां छात्र संघ मुख्यालय में आयोजित एक संवाददाता सम्मेलन में तर्क दिया कि नतीजों में देरी से छात्र प्रतिनिधित्व प्रभावित होगा।
मतगणना पहले शनिवार को होनी थी, लेकिन दिल्ली उच्च न्यायालय के आदेश के बाद इसे इस सप्ताह के शुरू में रोक दिया गया था।
डीयू के एक वरिष्ठ अधिकारी ने शुक्रवार को संकेत दिया कि डूसू चुनाव परिणामों की घोषणा 21 अक्टूबर तक टलने की संभावना है, जब अदालत इस मामले की सुनवाई करेगी।
अदालत ने डीयू को निर्देश दिया था कि जब तक परिसर में लगे सभी पोस्टर, बैनर और सार्वजनिक संपत्ति को विरूपित करने वाली सामग्री हटा नहीं दी जाती, तब तक मतगणना रोक दी जाए।
एबीवीपी के राष्ट्रीय महासचिव याज्ञवल्क्य शुक्ला ने पत्रकारों से कहा, ‘‘यह आवश्यक है कि डूसू चुनाव परिणाम जल्द से जल्द घोषित किए जाएं। छात्र संघ लंबे समय से शिक्षा और युवाओं से संबंधित मुद्दों को उठाने के लिए एक शक्तिशाली मंच रहे हैं और परिणामों में देरी से इससे समझौता होता है।’’
शुक्ला ने चुनाव नियमों की आलोचना करते हुए कहा कि 1,50,000 मतदाताओं वाले चुनाव में उम्मीदवारों को प्रचार में केवल 5,000 रुपये खर्च करने की अनुमति देने का नियम अनुचित है।
उन्होंने आम आदमी पार्टी (आप) की छात्र शाखा पर लगातार दो हार का सामना करने के बाद डूसू चुनावों को बदनाम करने का प्रयास करने का भी आरोप लगाया।
एबीवीपी की राष्ट्रीय सचिव शिवांगी खारवाल ने छात्र चुनाव प्रक्रिया की समीक्षा और सुधार की सिफारिश करने के लिए एक उच्च-स्तरीय समिति के गठन की मांग की।
उन्होंने कहा, “इस समिति में पूर्व कुलपति, शिक्षाविद्, छात्र संघ नेता और छात्र संगठनों के प्रतिनिधियों को शामिल किया जाना चाहिए, ताकि यह सुनिश्चित किया जा सके कि सभी हितधारकों के दृष्टिकोण को ध्यान में रखा जाए।”
एबीवीपी के दिल्ली राज्य सचिव हर्ष अत्री ने भी विभिन्न शैक्षणिक संस्थानों में छात्र चुनावों को रोकने के प्रयासों पर चिंता जताई।
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नोमान सुरेश
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