नयी दिल्ली, 25 फरवरी (भाषा) दिल्ली विधानसभा के पहले सत्र में, शराब के विनियमन और आपूर्ति पर भारत के नियंत्रक एवं महालेखा परीक्षक (सीएजी) की निष्पादन लेखापरीक्षा रिपोर्ट पेश की गई और भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने आम आदमी पार्टी (आप) पर कथित भ्रष्टाचार को छिपाने के लिए निष्कर्षों को दबाने का आरोप लगाया।
सदन में चर्चा के दौरान भाजपा विधायक अरविंदर सिंह लवली ने दावा किया कि आप जवाबदेही से बचने का प्रयास कर रही है। उन्होंने कहा, ‘‘संवैधानिक रूप से हर सरकार के लिए अपने कार्यकाल के दौरान कैग रिपोर्ट पेश करना आवश्यक होता है। उन्हें रोकना संविधान का उल्लंघन है।’’
उन्होंने आप पर 2017 से कोई भी कैग रिपोर्ट पेश करने में विफल रहने का आरोप लगाया।
दिल्ली के पर्यावरण मंत्री मनजिंदर सिंह सिरसा ने आरोप लगाया कि तत्कालीन मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के करीबी सहयोगियों को लाभ पहुंचाने के लिए दिल्ली में शराब के व्यापार पर एकाधिकार कर लिया गया ।
उन्होंने दावा किया, ‘‘पहले शराब के कारोबार में करीब 111 कारोबारी शामिल थे, लेकिन अब सिर्फ 14 ही बचे हैं और तीन व्यक्तियों का 72 फीसदी बाजार पर कब्जा है। कई ठेके अयोग्य कंपनियों को सिर्फ इसलिए दे दिए गए क्योंकि उनके केजरीवाल से संबंध थे।’’
हालांकि, कैग रिपोर्ट पर चर्चा के दौरान विधानसभा में विपक्ष का कोई भी सदस्य मौजूद नहीं था, क्योंकि सत्र के शुरू में ही 12 सदस्यों को मार्शल द्वारा सदन से बाहर कर दिया गया था।
विधानसभा अध्यक्ष विजेन्द्र गुप्ता ने कैग रिपोर्ट के महत्व को रेखांकित किया और इसे रोकना ‘अपराध’ बताया।
भाषा
राजकुमार अविनाश
अविनाश
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