नयी दिल्ली, 30 अप्रैल (भाषा) आम आदमी पार्टी (आप) ने बुधवार को भाजपा नीत केंद्र सरकार पर आरोप लगाया कि वह जातिगत गणना की घोषणा का इस्तेमाल जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हाल ही में हुए आतंकवादी हमले से लोगों का ध्यान भटकाने के लिए कर रही है।
इसके जवाब में भाजपा ने आप की आलोचना करते हुए कहा कि उसके नेताओं को राष्ट्रीय सुरक्षा से जुड़े मुद्दों पर ‘गैर-जिम्मेदाराना’ बयान देने से बचना चाहिए।
आप की दिल्ली इकाई के प्रमुख सौरभ भारद्वाज ने एक संवाददाता सम्मेलन को संबोधित करते हुए कहा, ‘जब पाकिस्तान पर कार्रवाई करने का समय आया तो आपने कार्रवाई नहीं की, बल्कि जातिगत गणना का मुद्दा उठा दिया। पूरा देश आपके साथ है और आतंकवादियों पर कार्रवाई चाहता है।’
आप के मीडिया प्रभारी अनुराग ढांडा ने भी इसी तरह की बात ही और आरोप लगाया कि इस कदम का उद्देश्य 22 अप्रैल के आतंकवादी हमले से लोगों का ध्यान भटकाना है।
वहीं, दिल्ली भाजपा अध्यक्ष वीरेंद्र सचदेवा ने आरोप लगाया कि भारद्वाज सहित आप के नेता पहलगाम आतंकवादी हमले पर ‘गैर-जिम्मेदाराना’ टिप्पणी कर रहे हैं।
सचदेवा ने पलटवार करते हुए कहा कि बेहतर होगा कि दिल्ली और हरियाणा में हाल ही में चुनाव हारने वाले आप नेता यह समझें कि राष्ट्र और उसके लोगों की सुरक्षा से जुड़े मामले राजनीतिक चर्चा का विषय नहीं हैं।
उन्होंने कहा, ‘यह बेहद दुर्भाग्यपूर्ण है कि ऐसे समय में जब 1.4 अरब भारतीय पहलगाम हत्याकांड के बाद भारत सरकार के साथ खड़े हैं, अपनी चुनावी हार से निराश आम आदमी पार्टी के कुछ नेता खबरों में बने रहने के प्रयास में बयान जारी कर रहे हैं।”
इस बीच, दिल्ली विधानसभा में विपक्ष की नेता आतिशी ने भाजपा सरकार पर निजी स्कूलों की फीस विनियमन विधेयक का मसौदा तैयार करने में पारदर्शिता को दरकिनार करने का आरोप लगाया, जबकि भाजपा ने पलटवार करते हुए आतिशी के बयान को सत्ता में रहते हुए उनकी निष्क्रियता से उत्पन्न ‘राजनीतिक हताशा’ का परिणाम बताया।
भाषा सुरेश जोहेब
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