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Sunday, 24 November, 2024
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आम आदमी पार्टी का आरोप: भाजपा बनिया विरोधी पार्टी

आप का अारोप है कि भाजपा के इशारे पर दिल्ली की मतदाता सूची से बनियो, पूर्वांचलियों और मुसलमानों के नाम काटे जा रहे हैं.

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नई दिल्ली: आम आदमी पार्टी का आरोप है कि दिल्ली में चुनाव आयोग ने 2015 से अब तक लगभग 30 लाख वोटरों का नाम मतदाता सूची से बाहर कर दिया है. गुरूवार को मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने आरोप लगाया था कि भाजपा ने 15 लाख पूर्वांचली, चार लाख बनियों और 8 लाख मुसलमानों के नाम वोटर लिस्ट से हटवाएं हैं. पार्टी का आरोप है कि पूर्वी उत्तर प्रदेश और बिहार के लोगों के खिलाफ भाजपा रही है.

बनियों की पार्टी कही जाने वाली बीजेपी पर आप ने बनिया विरोधी होने का आरोप मढ़ दिया. उसका आरोप है कि बनिया समुदाय की नाराज़गी झेल रही भाजपा ने अब बनिया समुदाय के नाम वोटर लिस्ट से हटवाएं हैं.

शनिवार शाम को पार्टी प्रवक्ता राधव चड़्ढ़ा ने चुनाव आयोग की इस कथित फेहरिस्त को ट्वीट किया. उसके अनुसार 24,20561 मतदाताओं के नाम मतदान सूची से हटाए गए हैं.

उन्होंने दिल्ली भाजपा नेता विजेंद्र गुप्ता को संबोधित करते हुए ट्वीट किया- ‘झूठ फैलाना बंद कीजिए और जरा बताइए कि भाजपा ने क्यों इतने बड़े पैमाने पर बनिया, पूर्वांचली और मुसलमानों के नाम हटाए हैं.’

दिल्ली विधान सभा में विपक्ष के नेता विजेन्द्र गुप्ता ने भी आप के बयानों को झूठा करार दिया. उन्होंने ट्वीट में आयोग के आंकड़े पेश किए. उन्होंने कहा , ‘केजरीवाल जी आपकी जानकारी ठीक नहीं है. दिल्ली मे कुल 8,38,049 वोट कटे है. जबकि 13,73,300 वोट नये बने है. मुख्य चुनाव आयुक्त ने ख़ुद आपके आंकड़ो को बोगस बताया है. चुनाव आयोग से प्राप्त सूची संलग्न कर रहा हूं. उम्मीद है अब आप अफ़वाह नही फैलायेंगे.‘

भारतीय जनता पार्टी के राज्य सभा सांसद विजय गोयल ने आरोपों को बेबुनियाद बताया और ट्वीट कर कहा ‘दिल्ली के बनिए इस बात से नाराज़ हैं कि अरविन्द केजरीवाल और उनकी पार्टी बनियों को बेवकूफ समझती है. क्या वैश्य समाज इस बात पर विश्वास करेगा कि भाजपा ढूंढ-ढूंढ कर उनका वोट काटेगी? जबकी सच तो यह है कि दिल्ली से दो वैश्य नेता केंद्र सरकार में मंत्री हैं.

दिल्ली के मुख्यमंत्री ने ट्वीट कर सीधा सवाल विजय गोयल से पूछा और बाद में उनपर जवाब न देने का आरोप भी लगाया. केजरीवाल ने पूछा
‘भाजपा ने दिल्ली के कुल 8 लाख बनिये वोटरो में से 4 लाख के नाम क्यों कटवाए, जवाब दीजिए . विजय गोयल भाजपा की नोटबंदी और जीएसटी जैसी ग़लत नीतियों की वजह से व्यापारियों के धंधे चौपट हो गए. इसलिए बनिये इस बार भाजपा को वोट नहीं दे रहे. तो क्या इसका मतलब आप उनके वोट कटवा देंगे ? ऐसे जीतोगे?’

आम आदमी पार्टी के पूर्व संयोजक दिलीप पाण्डेय ने दिप्रिंट से कहा, ‘चुनाव आयोग की भूमिका संदिग्ध हैं. निष्पक्ष चुनाव बस कागज़ों पर ही है. तेलंगाना देखिये 22 लाख मतदाताओं के नाम गायब हैं – यानि 8 प्रतिशत मतदाता और चुनाव आयोग बस माफी मांग रहा है. ये माफी क्या होती हैं.’

पाण्डेय के अनुसार भारतीय जनता पार्टी का नया खेल हैं कि जो उसके साथ उसे लगता है नहीं होगा उसका नाम वोटर लिस्ट से हटवा दो.

दिल्ली में ‘बनियों नें उनको चंदा दिया, मंडप सजाए, पैसा खर्च किया और बदले में उनको मिली नोटबंदी और फिर जीएसटी. दिल्ली में रही कही कसर सीलिंग ने पूरी कर दी. बनियों की भाजपा ने कमर तोड़ दी और वे उनसे बहुत नाराज़ है.’

पार्टी का कहना है कि जब उसने पाया कि उसके वोटरों के नाम वोटिंग लिस्ट से गायब है तो उसने चुनाव आयोग से शिकायत की पर आयोग ने उनके आरोप को खारिज कर दिया. पार्टी कार्यकर्ताओं ने खुद जांच की ,मतदाता सूची देखी तो पाया कि कई नाम नदारद थे. फिर हमने सरनेम से पाया कि पूर्वांचली, बनियों और मुसलमानों के नाम गायब थे.

भारतीय़ जनता पार्टी इन आरोपों को सिरे से खारिज करती है और आम आदमी पार्टी के लोकसभा चुनावों के पहले विचलित होना बता रही है. आप का आरोप था कि 73 में केवल दो मंत्री मोदी मंत्रीमंडल में बनिए है जबकि पार्टी का 80 प्रतिशत चंदा उस समुदाय से आता है. वही आप सरकार के सात में दो बनिया समुदाय से आते हैं.

ये तय है कि एक समय में पंजाबियों के हाथ रही दिल्ली की राजनीति पर अब बनिया समुदाय का कब्ज़ा है. आज दिल्ली के प्रमुख राजनीतिक चेहरे- केजरीवाल, सत्येंद्र जैन, विजेंद्र गुप्ता, विजय गोयल सभी इस समुदाय से आते है. आने वाले दिनों में बनिया समुदाय पर जहां एक ओर राजनीति तेज़ होगी वहीं चुनाव आयोग को ईवीएम और वोटर लिस्ट के नाम पर घेरने का काम भी तेज़ होगा.

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