कोलकाता, आठ दिसंबर (भाषा) भारतीय विमानपत्तन प्राधिकरण (एएआई) पश्चिम बंगाल के कोलकाता हवाई अड्डे से विमानों के परिचालन के 100 साल पूरे होने का जश्न मनाएगा। अधिकारियों ने रविवार को यह जानकारी दी।
कोलकाता हवाई अड्डे से साल 1924 में विमानों का संचालन शुरू हुआ था।
एएआई कोलकाता हवाई अड्डे ने सोशल मीडिया मंच ‘एक्स’ पर जारी एक पोस्ट में बताया, ‘‘भारतीय विमानपत्तन प्राधिकरण कोलकाता हवाई अड्डे पर विमानों के परिचालन के 100 साल पूरे होने के अवसर का जश्न मना रहा है। यह एक ऐसा क्षण था जिसने दुनिया को पश्चिम बंगाल से जोड़ा। मूल रूप से दमदम हवाई अड्डे के नाम से जाना जाने वाला यह प्रतिष्ठित हवाई अड्डा श्रेष्ठता का प्रतीक है। जहां इतिहास, संस्कृति और आकाश की ऊंचाई एक स्थान पर आती है।’’
इसमें कहा गया, ‘‘उत्कृष्टता की एक शताब्दी, आनन्द के शहर में विश्व का स्वागत है।’’
नेताजी सुभाष चंद्र बोस अंतरराष्ट्रीय (एनएससीबीआई) हवाई अड्डे के सूत्रों के अनुसार, दिसंबर के तीसरे सप्ताह से कार्यक्रमों की शुरुआत होगी और अगले साल मार्च के अंत तक यह जारी रहेगी।
सूत्रों ने बताया कि ऐसी संभावना है कि केंद्रीय नागरिक उड्डयन मंत्री के. राममोहन नायडू और राज्य की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी इस समारोह में शामिल होंगे।
एनएससीबीआई हवाई अड्डे के निदेशक डॉ. प्रवत रंजन बेउरिया ने फोन पर ‘पीटीआई-भाषा’ को बताया, ‘‘एएआई के कोलकाता हवाई अड्डे से उड़ानों के संचालन के 100 साल पूरे होने के अवसर पर हमने कई कार्यक्रम आयोजित किए हैं।’’
समारोह में ऐतिहासिक प्रदर्शनियां, सांस्कृतिक कार्यक्रम, हस्ताक्षर अभियान और चर्चाएं आदि कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे।
नेताजी सुभाष चंद्र बोस अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे की स्थापना 1900 के दशक के प्रारंभ में कलकत्ता एयरोड्रम के तौर पर की गई थी।
केएलएम ने 1924 में अपने एम्स्टर्डम से बटाविया (जकार्ता) के उड़ान के रास्ते में तत्कालीन कलकत्ता में विमान का निर्धारित ठहराव शुरू किया। उसी साल किसी भी वायुसेना द्वारा किये गए प्रथम विश्व भ्रमण अभियान के तहत रॉयल एयर फोर्स का विमान कलकत्ता में उतरा।
अनुसंधान के मुताबिक दो मई 1924 को फ्रांसीसी पायलट डोयसी ने अपना विमान इस हवाई अड्डे पर उतारा था।
भाषा प्रीति धीरज
धीरज
यह खबर ‘भाषा’ न्यूज़ एजेंसी से ‘ऑटो-फीड’ द्वारा ली गई है. इसके कंटेंट के लिए दिप्रिंट जिम्मेदार नहीं है.