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गुरूवार, 22 मई, 2025
होमदेशग्वालियर के व्यक्ति ने एसी ट्रेनों को निशाना बनाने के लिए यूट्यूब से सीखी ‘चोरी की कला’

ग्वालियर के व्यक्ति ने एसी ट्रेनों को निशाना बनाने के लिए यूट्यूब से सीखी ‘चोरी की कला’

यूपी सरकारी रेलवे पुलिस द्वारा रितेश अग्रवाल की गिरफ्तारी से चोरी के चार मामलों को सुलझाने में मदद मिली है और 10 लाख रुपये के कीमती सामान बरामद हुए हैं.

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आगरा: उत्तर प्रदेश राजकीय रेलवे पुलिस ने मंगलवार को लंबी दूरी की ट्रेनों में यात्रियों के सामान से कीमती सामान चुराने के आरोप में एक व्यक्ति को गिरफ्तार किया. उसने कथित तौर पर यूट्यूब वीडियो से चोरी की तकनीक सीखी थी.

रेलवे पुलिस (आगरा) के पुलिस अधीक्षक अभिषेक वर्मा ने दिप्रिंट को बताया कि ग्वालियर निवासी रितेश अग्रवाल ने अपना अपराध कबूल कर लिया है और अपने अपराध करने के तरीकों का खुलासा भी किया है.

वर्मा ने कहा, “अग्रवाल ने पुलिस को बताया कि उसने ट्रेनों में चोरी करने के यूट्यूब वीडियो से चोरी की कला सीखी थी. वह खास तौर पर एसी कोच में यात्रा करने वाले लोगों को निशाना बनाता था, क्योंकि उनके सामान में कीमती सामान मिलने की संभावना अधिक होती थी.”

अग्रवाल एसी कोच में यात्री बनकर बैठता था और जब यात्री नींद में होते थे या उनका ध्यान भटकता था, तो वह चुपचाप उनके बैग की जांच करता था. फिर सोने और चांदी के आभूषण, नकदी और मोबाइल फोन जैसी कीमती वस्तुओं को निकाल लेता था और फिर शक से बचने के लिए सावधानीपूर्वक सामान वापस रख देता था.

यात्रियों को घटना की जानकारी मंजिल पर पहुंचने के बाद ही मिली, तब तक अग्रवाल वहां से जा चुका होता था.

पुलिस ने बताया कि आगरा कैंट स्टेशन पर नियमित जांच के दौरान उन्हें अग्रवाल की गतिविधियों पर संदेह हुआ. पूछताछ के लिए हिरासत में लेने पर उसने चोरी की बात कबूल कर ली.

पुलिस ने उसके पास से करीब 10 लाख रुपये के सोने-चांदी के जेवरात बरामद किए हैं. उसके खिलाफ मामला दर्ज कर उसे जेल भेज दिया गया है.

आगरा कैंट के रेलवे पुलिस एसएचओ विकास सक्सेना ने दिप्रिंट को बताया कि अग्रवाल की गिरफ्तारी से अब तक ट्रेनों में चोरी के चार अलग-अलग मामलों का खुलासा हुआ है. चारों मामलों की एफआईआर आगरा कैंट जीआरपी थाने में दर्ज की गई.

एक मामले में छत्तीसगढ़ के रायपुर निवासी कृष्ण कुमार का पूरा ट्रॉली बैग जिसमें नकदी और जेवरात चोरी हुए थे. दूसरे मामले में उत्तर प्रदेश के झांसी निवासी रजनी व्यास के बैग से जेवरात चोरी हो गए.

तीसरे मामले में दिल्ली के लोकेश शर्मा ने अपने आभूषण चोरी होने की शिकायत की, जबकि चौथे मामले में नई दिल्ली के आदेश कुमार जैन ने अपनी पत्नी का पर्स, नकदी, हीरे का हार और स्टड चोरी होने की शिकायत की.

सक्सेना के अनुसार, आरोपियों से बरामद सामान में इन चारों मामलों से संबंधित अधिकांश कीमती सामान शामिल हैं.

एसपी वर्मा ने कहा कि अग्रवाल किराना कमीशन एजेंसी चलाता था, लेकिन वित्तीय घाटे ने उसे कर्ज़ में डाल दिया, जिससे वह अपराध की दुनिया में चला गया और ट्रेनों में चोरी करने लगा.

पुलिस इस बात की जांच कर रही है कि रितेश अकेले काम कर रहा था या उसके पीछे कोई संगठित गिरोह है.

(इस रिपोर्ट को अंग्रेज़ी में पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें)


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