जम्मू, तीन जून (भाषा) हजारों कश्मीरी पंडितों ने मंगलवार को कड़ी सुरक्षा व्यवस्था के बीच खीर भवानी उत्सव के अवसर पर रागन्या देवी मंदिर में पूजा-अर्चना की।
जम्मू के जानीपुर क्षेत्र में खीर भवानी पीठ का निर्माण 1990 के दशक के शुरू में घाटी से समुदाय के बड़े पैमाने पर पलायन के बाद मध्य कश्मीर के गांदरबल में तुलमूला में स्थित मूल मंदिर की प्रतिकृति के रूप में किया गया था।
खीर भवानी मेला कश्मीरी पंडितों के सबसे बड़े धार्मिक आयोजनों में से एक है।
मंत्रोच्चार और मंदिर की घंटियों की ध्वनि के बीच सुबह पांच बजे से ही श्रद्धालुओं की भीड़ मंदिर की ओर उमड़ने लगी और दिन भर इसकी संख्या बढ़ती रही।
मंदिर की प्रबंध समिति के सदस्य सुशील वटल ने कहा, ‘‘पूरे दिन तीर्थयात्रियों की भारी भीड़ रही। शाम तक हजारों तीर्थयात्री मंदिर में दर्शन के लिए आए।’’
इस बीच, वार्षिक खीर भवानी मेले के लिए बड़ी संख्या में कश्मीरी पंडित समुदाय के सदस्य कश्मीर में एकत्र हुए।
मध्य कश्मीर के गांदरबल जिले में विशाल चिनार के पेड़ों के बीच स्थित रागन्या देवी का मंदिर उत्सव के लिए सजाया गया जहां देशभर से हजारों श्रद्धालुओं ने ‘ज्येष्ठ अष्टमी’ के अवसर पर पूजा-अर्चना की।
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नेत्रपाल माधव
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