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Saturday, 21 December, 2024
होमदेशस्वामी चिन्मयानंद पर शोषण का आरोप लगाने वाली छात्रा दोस्त के साथ राजस्थान में मिली

स्वामी चिन्मयानंद पर शोषण का आरोप लगाने वाली छात्रा दोस्त के साथ राजस्थान में मिली

स्वामी चिन्मयानंद यूपी के गोंडा के निवासी है. बीजेपी से तीन बार सांसद रह चुके हैं. जौनपुर, बदायूं व मछलीशहर सीट से वह सांसद रहे हैं. वह अटल सरकार में गृह राज्यमंत्री भी रह चुके हैं.

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शाहजहांपुर: पूर्व गृह राज्यमंत्री स्वामी चिन्मयानंद के खिलाफ वीडियो जारी कर आरोप लगाने के बाद गायब चल रही छात्रा शुक्रवार को राजस्थान में मिली. यूपी पुलिस के मुताबिक छात्रा को उसके एक मित्र के साथ पकड़ा गया है. अब उसे वापस शाहजहांपुर लाया जा रहा है. यूपी पुलिस की स्पेशल टीम ने उसे पकड़ा है. डीजीपी ओपी सिंह ने इस बात की पुष्टी की है वहीं यूपी पुलिस की ओर से भी ट्वीट किया गया है.

सर्वोच्च न्यायालय ने पूछा, कहां है लड़की

कानून की गायब हुई छात्रा मामले में सुप्रीम कोर्ट की एक बेंच जिसे न्यायाधीश आर भानूमति हेड कर रही हैं उन्होंने उत्तर प्रदेश पुलिस से पूछा कि वह अदालत को बताएं कि लड़की आखिर हैं कहां. वह चाहें तो लड़की को अदालत में पेश कर सकते हैं.

इसपर पुलिस ने न्यायालय से कहा कि कानून की पढ़ाई कर रही लड़की फिलहाल फतेहपुर सीकरी पहुंच चुकी है. पुलिस ने यह भी कहा कि वह लिखित ईमेल अधिकारियों को भेज सकते हैं और वे सुरक्षा के साथ फिर काम करेंगे.

यही नहीं पुलिस ने यह भी कहा कि वह दो-ढ़ाई घंटे में दिल्ली पहुंच जाएगा. लड़की के साथ जो लड़का है वह भी उसके साथ ही है. दोनों को पूरी सुरक्षा मुहैया कराई जाएगी.

पलट सकता है मामला

दरअसल शाहजहांपुर जिले के एक निजी कॉलेज की इस कानून की पढ़ाई कर रही छात्रा ने स्वामी चिन्मयानंद पर छात्राओं के साथ शारीरिक शोषण का आरोप लगाते हुए वीडियो सोशल मीडिया पर पोस्ट किया था. आरोप लगाने वाली छात्रा बीते 24 तीन दिन से गायब थी. जिसके बाद परिजनों की तहरीर पर और मीडिया में मामला आने के बाद स्वामी चिन्मयानंद पर एफआईआर दर्ज की गई लेकिन यूपी पुलिस से जुड़े सूत्रों की मानें को गायब छात्रा का किडनैप नहीं हुआ था. वह अपने दोस्त के साथ पहले दिल्ली गई. दोनों द्वारिका के होटल में भी देखे गए. फिर राजस्थान चले गए. पुलिस ने लोकेशन ट्रेस करते हुए दोनों को राजस्थान से पकड़ लिया.

चिन्मयानंद की ओर से ब्लैक मेलिंग की एफआईआर

स्वामी चिन्मयानंद की ओर से उनके वकील ने एफआईआर दर्ज कराई गई है जिसमें कहा गया है कि चिन्मयानंद सरस्वती को ब्लैक मेल पांच करोड़ रुपये मांगे गए हैं. ये रकम स्वामी चिन्मयानंद सरस्वती के व्हाटस एप नंबर पर मैसेज कर मांगी गई. कहा गया था कि अगर पैसा नहीं मिलता तो छवि धूमिल की जाएगी. इसके बाद ही ये पूरा प्रकरण चर्चा में आया. पुलिस को शक है कि धमकी भरे मैसेज के पीछे छात्रा के दोस्त का हाथ हो सकता है. पुलिस फिलहाल दोनों को वापस शाहजहांपुर ला रही है.

वीडियो वायरल होते ही छात्रा हुई थी गायब

बीते 24 अगस्त को छात्रा ने फेसबुक पर वीडियो पोस्ट किया था. वीडियो में छात्रा रो-रोकर सीएम और पीएम से मदद की गुहार लगा रही थी. साथ ही ये बताया कि आरोपी प्रबंधक धमकी देता है कि डीएम और सभी अधिकारी हमारी जेब में रहते है इसलिए उसका कुछ नहीं हो सकता है. वीडियो में बताया कि संत बना हुआ प्रबंधक कई लड़कियों की जिंदगी बर्बाद कर चुका है उसके सारे एविडेंस हमारे पास हैं. उसकी जान को खतरा है, इसलिए वह सीएम और पीएम से मदद की गुहार लगाई.

जानें कौन हैं स्वामी चिन्मयानंद

स्वामी चिन्मयानंद यूपी के गोंडा के निवासी है. बीजेपी से तीन बार सांसद रह चुके हैं. जौनपुर, बदायूं व मछलीशहर सीट से वह सांसद रहे हैं. वह अटल सरकार में गृह राज्यमंत्री भी रह चुके हैं. उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ बीते साल 25 फरवरी को शाहजहांपुर गए थे. वहां उन्‍होंने स्वामी चिन्मयानंद के आश्रम में आयोजित मुमुक्ष युवा महोत्सव में भाग भी लिया था. चिन्मयानंद पर पहले भी रेप और अपहरण के आरोप लगे हैं.

पुराने केस को योगी सरकार ने वापस ले लिया

2018 में योगी सरकार ने पूर्व केंद्रीय गृह राज्‍य मंत्री स्‍वामी चिन्मयानंद के खिलाफ दर्ज रेप और अपहरण केस वापस लेने का फैसला किया था. स्वामी चिन्मयानंद पर सात साल नवंबर 2011 को शाहजहांपुर में एफआईआर दर्ज हुई थी. अपहरण और रेप का आरोप उनके ही आश्रम में कई वर्षों तक रहने वाली एक युवती ने लगाया था.

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