मुंबई, नौ जुलाई (भाषा) महाराष्ट्र सरकार ने महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना (मनसे) और अन्य संगठनों के विरोध मार्च के एक दिन बाद बुधवार को मीरा भयंदर-वसई विरार के पुलिस आयुक्त मधुकर पांडे का तबादला कर दिया।
मनसे और अन्य संगठनों ने एक दुकानदार पर हमले के बाद मराठी ‘अस्मिता’ की रक्षा के लिए यह मार्च निकाला था।
एक अधिकारी ने बताया कि मधुकर पांडे के स्थान पर निकेत कौशिक को मीरा भयंदर-वसई विरार का नया पुलिस आयुक्त बनाया गया है।
मुंबई के निकट मीरा-भयंदर टाउनशिप में मंगलवार को उस समय नाटकीय घटनाक्रम देखने को मिला जब पुलिस ने कई राजनीतिक कार्यकर्ताओं को हिरासत में ले लिया। विपक्षी शिवसेना (उबाठा) और राकांपा (एसपी) के नेता और कार्यकर्ता भी विरोध प्रदर्शन में शामिल हुए थे।
शिवसेना मंत्री प्रताप सरनाइक जब एकजुटता प्रदर्शित करने के लिए प्रदर्शन स्थल पर गए तो नाराज प्रदर्शनकारियों ने उनका घेराव किया और उन्हें भगा दिया।
मराठी एकीकरण समिति द्वारा आयोजित इस मोर्चा से निपटने के तरीके को लेकर भाजपा नीत राज्य सरकार की आलोचना हुई।
पांडे को अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक (एडीजी-प्रशासन) बनाया गया है, जबकि एडीजी (एसीबी) कौशिक मीरा भयंदर-वसई विरार के नये पुलिस आयुक्त होंगे।
मंगलवार की शुरुआत पुलिस द्वारा स्थानीय मनसे नेता अविनाश जाधव को ठाणे में उनके घर से तड़के करीब साढ़े तीन बजे हिरासत में लेने के साथ हुई।
पुलिस ने सोमवार को जाधव के खिलाफ निषेधाज्ञा जारी कर उन्हें मीरा भयंदर में रैली में भाग लेने हेतु प्रवेश करने से रोक दिया था। दिन में बाद में उन्हें रिहा कर दिया गया।
मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने कहा कि मनसे रैली के लिए अनुमति दी गयी थी, लेकिन पार्टी एक विशिष्ट मार्ग पर जाने पर अड़ गयी जिससे कानून-व्यवस्था की चुनौती पैदा हो गई।
भाषा राजकुमार पवनेश
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