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Sunday, 6 October, 2024
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शशिकला से मुलाकात के एक दिन बाद ओ. राजा अन्नाद्रमुक से निष्कासित

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चेन्नई, पांच मार्च (भाषा) अखिल भारतीय अन्ना द्रविड़ मुनेत्र कषगम (अन्नाद्रमुक) से संबंधित मसलों पर वी. के. शशिकला से मिलकर विचार विमर्श करने के एक दिन बाद पार्टी के शीर्ष नेता ओ. पन्नीरसेल्वम (ओपीएस) के भाई ओ. राजा को शनिवार को पार्टी से निष्कासित कर दिया गया।

अन्नाद्रमुक समन्वयक पन्नीरसेल्वम एवं सह-संयोजक ‘एडाप्पडी’ के. पलानीस्वामी ने यहां जारी संयुक्त बयान में कहा कि राजा को पार्टी के अनुशासन का उल्लंघन करने एवं पार्टी सिद्धांतों के विरूद्ध काम करने को लेकर पार्टी की प्राथमिक सदस्यता से निष्कासित कर दिया गया है।

जब इस निष्कासन के बारे में राजा से पूछा गया तो उन्होंने कहा, ‘‘वे मुझे निष्कासित करने वाले कौन होते हैं?’’

उन्होंने दावा किया कि उनका निष्कासन वैध नहीं है और वह पार्टी संस्थापक एम जी रामचंद्रन के दिनों से ही अन्नाद्रमुक में हैं।

संयुक्त बयान के मुताबिक राजा की भांति ही थेनी जिला इकाई के तीन अन्य कार्यकर्ताओं को अनुशासनहीनता को लेकर बर्खास्त कर दिया गया है। अन्नाद्रमुक की दिवंगत नेता जे. जयललिता की करीबी शशिकला को सालों पहले ही पार्टी से निकाल दिया गया था।

शशिकला चार मार्च को दक्षिण तमिलनाडु की दो-दिवसीय यात्रा पर गई थीं और इस दौरान वह अपने समर्थकों से मिलीं। राजा शुक्रवार को तिरुचेंदूर शहर में उनसे मिले थे और दोनों के बीच करीब आधे घंटे तक पार्टी से संबंधित मसलों पर चर्चा हुई थी।

जब राजा से सवाल किया गया कि हाल के नगर निकाय चुनाव में अन्नाद्रमुक की हार के लिए कौन जिम्मेदार है, तो उन्होंने कहा, ‘ समन्वयक एवं संयुक्त समन्वयक, ’ यानी उनके भाई ओपीएस एवं ईपीएस।

जब उनसे पूछा गया कि शशिकला के साथ उनकी क्या बातचीत हुई तो उन्होंने कहा कि वह और अन्य ने उनसे (शशिकला से) अन्नाद्रमुक की अगुवाई करने का अनुरोध किया, जिसपर उन्होंने खुशी प्रकट की।

उन्होंने कहा कि शशिकला ने एकता की बात की है और उन्होंने किसी को पार्टी से नहीं निकाला, वह तो बस पार्टी को मजबूत कर रही थीं और ओपीएस एवं ईपीएस समेत सभी नेताओं का स्वागत किया।

भावी कदम के बारे में पूछे जाने पर राजा ने कहा कि अन्नाद्रमुक के केंद्र में चल रही शशिकला पर निर्भर करता है। जब उनसे पूछा गया कि क्या शशिकला के साथ बैठक के बारे में ओपीएस को सूचित किया गया था तब उन्होंने कहा, ‘‘ओपीएस को क्यों जानना चाहिए।’’ राजा ने कहा कि उन्होंने अपने बड़े भाई ओपीएस को इस बैठक के बारे में नहीं बताया और वह शशिकला से बतौर पार्टी कार्यकर्ता मिले थे।

दक्षिण तमिलनाडु की यात्रा के दूसरे दिन शशिकला का कडयानल्लूर और इलानजी समेत कई स्थानों पर समर्थकों ने जबर्दस्त स्वागत किया ।

भाषा राजकुमार सुरेश

सुरेश

यह खबर ‘भाषा’ न्यूज़ एजेंसी से ‘ऑटो-फीड’ द्वारा ली गई है. इसके कंटेट के लिए दिप्रिंट जिम्मेदार नहीं है.

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