नयी दिल्ली, 25 मई (भाषा) दिल्ली पुलिस ने आजीवन कारावास की सजा पाए एक फरार कुख्यात अपराधी को 15 साल बाद गिरफ्तार किया है। अधिकारियों ने रविवार को यह जानकारी दी।
उन्होंने बताया कि वह पैरोल से फरार हो गया था।
अधिकारियों ने बताया कि 2001 में डकैती और हत्या के मामले में दोषी ठहराए गए धीरेंद्र सिंह तोमर (45) को उत्तर प्रदेश के बरेली से पकड़ा गया।
उन्होंने बताया कि वह फर्जी नाम ‘राजन सिंह’ के साथ रह रहा था और एक रिश्तेदार के घर में चालक का काम कर रहा था।
पुलिस ने बताया कि तोमर को जिस मामले में दोषी ठहराया गया था उसमें दो कैब चालकों पर हमला किया गया था और एक की हत्या कर दी गई थी।
उन्होंने बताया कि उसे 2007 में आजीवन कारावास की सजा सुनाई गई थी, लेकिन 2010 में एक महीने की पैरोल पर बाहर आने के बाद वह फरार हो गया था।
पुलिस ने बताया कि कड़ी पूछताछ के दौरान तोमर ने अपने गिरोह के साथ उत्तराखंड के अल्मोड़ा, हल्द्वानी और लोहाघाट में हत्या और डकैती के तीन और मामलों में शामिल होने की बात कबूल की है।
उन्होंने बताया कि वे टैक्सी किराये पर लेते थे, फिर चालक की हत्या करते थे और वाहनों को नेपाल में बेच देते थे।
जेल रिकॉर्ड, जमानतदारों और पुराने पतों के सत्यापन सहित विस्तृत जांच के बाद उसकी गिरफ्तारी हुई।
एक गुप्त सूचना के आधार पर पुलिस की एक टीम ने बरेली के एकता नगर में तोमर का पता लगाया जहां उसे उसके आवास से गिरफ्तार कर लिया गया।
उसके दो साथी अजय और धीरज अभी भी फरार हैं और उन्हें भगोड़ा अपराधी घोषित किया गया है।
भाषा
शुभम नरेश
नरेश
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