नयी दिल्ली, 11 फरवरी (भाषा) सरकार ने कहा है कि वर्ष 1995 से 2021 के बीच मृत और जीवित अंगदाताओं के कुल 36,640 अंग प्रत्यारोपणों में से 80 प्रतिशत से अधिक पुरुषों पर किए गए।
सरकार ने कहा कि उसने इस क्षेत्र में लैंगिक असमानता को दूर करने के लिए कई कदम उठाए हैं।
लोकसभा में एक प्रश्न के लिखित उत्तर में शुक्रवार को प्रस्तुत सरकारी आंकड़ों के अनुसार, स्वास्थ्य राज्य मंत्री एस.पी. सिंह बघेल ने कहा कि कुल अंग प्रत्यारोपणों में से 29,695 पुरुषों पर और 6,945 महिलाओं पर किए गए।
हालांकि, अंग प्रत्यारोपण कराने वाली महिलाओं की हिस्सेदारी 2019 के 27.6 प्रतिशत से बढ़कर 2022 में लगभग 30 प्रतिशत हो गई।
यह जवाब वाईएसआर कांग्रेस पार्टी के सांसद के.जी. माधव द्वारा पूछे गए एक सवाल के जवाब में आया। माधव ने पूछा था कि क्या सरकार ने इस तथ्य पर संज्ञान लिया है कि 1995 और 2021 के बीच, देश में अंग प्राप्त करने वाले पांच में से चार पुरुष रहे हैं और इस मुद्दे के समाधान के लिए क्या कदम उठाए गए हैं।
अपनी प्रतिक्रिया में, बघेल ने कहा कि सरकार ने राष्ट्रीय अंग प्रत्यारोपण कार्यक्रम लागू किया है, जिसके तहत अंग दान के बारे में जागरूकता बढ़ाने के लिए कदम उठाए गए हैं।
उन्होंने कहा कि अंग प्रत्यारोपण में लैंगिक असमानता की प्रवृत्ति को कम करने के लिए स्वास्थ्य मंत्रालय नियमित रूप से जागरूकता सत्र आयोजित कर रहा है।
भाषा शफीक सुरेश
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