भुवनेश्वर, 25 मार्च (भाषा) ओडिशा में पिछले पांच वर्षों में जंगली जानवरों के हमलों में कुल 799 लोग मारे गए। विधानसभा में मंगलवार को एक मंत्री ने यह जानकारी दी।
मंत्री ने बताया कि पांच साल के भीतर ही राज्य में 2,832 जंगली जानवरों की मौत हुई।
भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) विधायक पद्म लोचन पांडा के एक प्रश्न के लिखित उत्तर में वन एवं पर्यावरण मंत्री गणेश राम सिंह खुंटिया ने कहा कि ओडिशा में 2020-21 से 2024-25 में अब तक हाथी, बाघ और अन्य समेत 2,832 जंगली जानवरों की मौत हुई है, जिनमें से 806 जंगली जानवर अवैध शिकार के कारण मारे गए।
उन्होंने बताया कि पांच वर्ष की अवधि के दौरान जंगली जानवरों को मारने में कथित संलिप्तता के लिए कुल 4,043 लोगों को गिरफ्तार किया गया।
मंत्री ने कहा कि इस अवधि के दौरान हाथियों और अन्य जंगली जानवरों के हमलों में 799 लोग मारे गए और 1,962 अन्य घायल हुए।
मंत्री द्वारा उपलब्ध कराए गए आंकड़ों के अनुसार, पिछले पांच वर्षों में ढेंकनाल वन प्रभाग में 318 जंगली जानवरों की मौत हुई है, जो राज्य के वन क्षेत्रों में सबसे अधिक है।
अथागढ़ वन प्रभाग में 197 जंगली जानवरों की मौत की सूचना मिली, इसके बाद अंगुल में 151, क्योंझर में 129, बालासोर में 117, नयागढ़ में 113, चिल्का में 103 जंगली जानवरों की मौत हुई।
आधिकारिक सूत्रों के अनुसार, राज्य में जंगली जानवरों के हमले से मारे गए लोगों के निकटतम परिजन को वन विभाग छह लाख रुपये की अनुग्रह राशि प्रदान कर रहा है।
भाषा यासिर रंजन
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