गंगटोक, दो दिसंबर (भाषा) सिक्किम के मुख्य सचिव वी.बी. पाठक ने शनिवार को कहा कि राज्य में अचानक आई बाढ़ में लापता हुए 77 लोगों का दो महीने बाद भी पता नहीं चल पाने के कारण अब उन्हें मृत मान लिया गया है।
उन्होंने संवाददाताओं से कहा कि उनके परिवारों को अनुग्रह राशि सहित विभिन्न प्रकार के लाभ प्रदान किये जाएंगे। इसके तहत उत्तराखंड और हिमाचल प्रदेश में प्राकृतिक आपदाओं के दौरान अपनाई गई प्रक्रिया के अनुसार ही मामलों का निपटारा किया जाएगा।
उन्होंने बताया कि चार अक्टूबर को राज्य में आई अचानक बाढ़ में कुल 77 लोग लापता हो गए। बाद में दो शव बरामद किये गये, लेकिन उनकी पहचान नहीं हो सकी।
राज्य सरकार चार लाख रुपये की अनुग्रह सहायता प्रदान कर रही है, जबकि दो लाख रुपये प्रधानमंत्री राहत कोष से प्रदान किए जा रहे हैं।
पाठक ने कहा, ‘‘हमने लापता लोगों के मामले को निपटाने के लिए उत्तराखंड और हिमाचल प्रदेश में अपनाई जाने वाली प्रक्रिया के तहत काम करने का फैसला किया है।’’
उन्होंने बताया कि मृत्यु प्रमाणपत्र जारी होने के बाद ही मृतकों के परिवारों को लाभ मिलेगा।
उन्होंने कहा, ‘‘हमें उम्मीद है कि इन सभी मामलों को जनवरी तक निपटा लिया जाएगा।’’
पाठक ने बताया कि परिवारों को पहले पुलिस थाने में गुमशुदगी की शिकायत दर्ज करानी होगी और फिर प्रक्रिया के अनुसार समाचार पत्रों, सोशल मीडिया और सरकारी गजट में इसे प्रकाशित करने से पहले विभिन्न स्तरों पर गहन जांच की जाएगी।
उन्होंने बताया कि अगर सिक्किम के बाहर का कोई व्यक्ति लापता हुआ था, तो परिवार को अपने राज्य में पुलिस थाने में शिकायत दर्ज करानी होगी, जिसे जांच के लिए यहां भेज दिया जाएगा।
तीस्ता नदी में चार अक्टूबर को आई बाढ़ ने राज्य में कहर बरपाया था, जिसमें कम से कम 46 लोगों की मौत हो गई, जबकि 77 लोग लापता हो गए थे।
भाषा खारी संतोष
संतोष
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