मेरठ, 22 मई (भाषा) साइबर अपराधों पर प्रभावी कार्रवाई करते हुए मेरठ परिक्षेत्र की पुलिस ने इस साल एक जनवरी से अब तक कुल 649 प्राथमिकी दर्ज की है।
यह जानकारी पुलिस उप महानिरीक्षक (डीआईजी) मेरठ परिक्षेत्र कलानिधि नैथानी ने बृहस्पतिवार को दी।
उन्होंने बताया कि प्राप्त शिकायतों पर की गई कार्रवाई के क्रम में मेरठ जिले में 176, बुलन्दशहर में 294, बागपत में 83 तथा हापुड़ में 96 प्राथमिकी दर्ज की गई हैं। इनमें से कई मामलों में त्वरित पुलिस कार्रवाई के माध्यम से पीड़ितों की ठगी गई धनराशि वापस कराई गई है। साथ ही, आरोपियों की पहचान कर उन्हें गिरफ्तार भी किया गया है।
डीआईजी ने बताया कि साइबर अपराधों की रोकथाम के लिए थानों पर ‘साइबर हेल्प डेस्क’ की व्यवस्था सुनिश्चित की गई है। इसके अलावा, साइबर सेल की टीम को स्कूलों, कॉलेजों, बस अड्डों और ग्रामीण क्षेत्रों में जाकर लोगों को साइबर अपराधों के प्रति जागरूक करने का निर्देश दिया गया है।
उन्होंने थाना प्रभारियों को निर्देश दिया कि पोर्टल पर प्राप्त शिकायतों की नियमित निगरानी की जाए, जांच अधिकारी द्वारा प्राथमिकता से जांच कर विधिक कार्रवाई सुनिश्चित की जाए और जिला स्तर पर एक नोडल अधिकारी नियुक्त किया जाए।
नैथानी ने लोगों से अपील की है कि वे अपने सभी ऑनलाइन खातों में जटिल पासवर्ड का उपयोग करें, संदिग्ध लिंक पर क्लिक करने से बचें और सोशल मीडिया पर गोपनीय जानकारी साझा न करें। उन्होंने कहा कि मोबाइल उपकरणों को भी पासवर्ड या बायोमैट्रिक प्रमाणीकरण से सुरक्षित रखा जाना चाहिए।
डीआईजी ने कहा, ‘‘साइबर धोखाधड़ी से बचाव के लिए नागरिकों की व्यक्तिगत सतर्कता अत्यंत आवश्यक है। एनसीआरपी पोर्टल और हेल्पलाइन के माध्यम से शिकायत दर्ज कर त्वरित कार्रवाई सुनिश्चित की जा रही है।’’
भाषा सं जफर आशीष
आशीष
यह खबर ‘भाषा’ न्यूज़ एजेंसी से ‘ऑटो-फीड’ द्वारा ली गई है. इसके कंटेंट के लिए दिप्रिंट जिम्मेदार नहीं है.