नयी दिल्ली, 24 मार्च (भाषा) वर्ष 2020 से 2024 तक विश्वविद्यालयों और कॉलेजों में रैगिंग के कारण 51 मौत दर्ज की गयी है, यह आंकड़ा इसी अवधि के दौरान कोचिंग हब कोटा में छात्र आत्महत्याओं के करीब है। एक रिपोर्ट में इसकी जानकारी दी गयी है।
सोसाइटी अगेंस्ट वायलेंस इन एजुकेशन द्वारा प्रकाशित ‘स्टेट ऑफ रैगिंग इन इंडिया 2022-24’ रिपोर्ट में भी मेडिकल कॉलेजों को रैगिंग की शिकायतों के लिए ‘हॉटस्पॉट’ के रूप में चिन्हित किया गया है।
राष्ट्रीय रैगिंग रोधी हेल्पलाइन पर 1,946 कॉलेजों से दर्ज 3,156 शिकायतों के आधार पर रिपोर्ट में प्रमुख प्रवृत्तियों, उच्च जोखिम वाले संस्थानों और रैगिंग से संबंधित मामलों का अध्ययन किया है।
भाषा शुभम रंजन
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