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Saturday, 19 October, 2024
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कर्नाटक के 346 लोग यूक्रेन में फंसे, मुख्यमंत्री ने विदेश मंत्री जयशंकर से बात की

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बेंगलुरु, 25 फरवरी (भाषा) कर्नाटक सरकार ने शुक्रवार को बताया कि राज्य के 346 लोग युद्ध प्रभावित यूक्रेन में फंसे हुए हैं और उन्हें वापस लाने के प्रयास किए जा रहे हैं।

मुख्यमंत्री बसवराज बोम्मई ने युद्धग्रस्त देश में फंसे छात्रों की सुरक्षा और वहां से उनकी सुरक्षित वापसी को लेकर विदेश मंत्री एस. जयशंकर से बातचीत की।

कर्नाटक राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण (केएसडीएमए) के राज्य आपात ऑपरेशन केन्द्र (एसईओसी) को यूक्रेन में फंसे लोगों के संबंध में शुक्रवार अपराह्न तीन बजे तक मिली जिलेवार सूचना के अनुसार राज्य के कुल 346 लोग वहां फंसे हुए हैं।

आंकड़ों के अनुसार, यूक्रेन में फंसे राज्य के लोगों में से 115 बेंगलुरु से हैं जबकि मैसूरू से 30, विजयपुरा से 24, बगलकोटे से 22, तुमकुरु से 16 लोग और शेष अन्य जिलों से हैं।

केएसडीएमए ने आज दिन में कहा था कि यूक्रेन में 91 लोग फंसे हुए हैं और सभी छात्र हैं।

राज्य सरकार ने बृहस्पतिवार को अधिसूचना जारी कर कर्नाटक राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण के आयुक्त मनोज राजन को नोडल अधिकारी नियुक्त किया जो यूक्रेन में फंसे लोगों व छात्रों को उनके गंतव्य तक सुरक्षित पहुंचाने का काम करेंगे और इसके लिए चौबीसों घंटे काम करने वाले हेल्पलाइन की भी शुरूआत की गयी है।

मुख्यमंत्री बोम्मई ने कहा, ‘‘आज सुबह मैंने विदेश मंत्री एस. जयशंकर से बातचीत की। उनके पास पूरी जानकारी है। कर्नाटक से कई छात्र वहां मेडिकल की पढ़ाई करने गए हैं…। सभी के साथ संपर्क बना हुआ है और उन्हें सुरक्षित जगहों पर रहने को कहा गया है।’’

यहां पत्रकारों से बातचीत में उन्होंने कहा कि भारत सरकार उन्हें सुरक्षित निकालने के तमाम प्रयास कर रही है और रूसी भाषा बोलने वाले राजनयिकों को यूक्रेन भेजा जा रहा है।

उन्होंने कहा, ‘‘चूंकि हवाई मार्ग बंद हो गए हैं, ऐसे में राजनयिक मदद से उन्हें सड़क मार्ग से वापस लाने के प्रयास किए जा रहे हैं। लोग सोच रहे हैं कि पश्चिमी यूक्रेन में फंसे लोग वहां से निकल सकते हैं, लेकिन सही वक्त और सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए भारतीय दूतावास इस संबंध में निर्देश देगा। वे छात्रों के संपर्क में हैं।’’

मुख्यमंत्री ने कहा कि उन्होंने यूक्रेन में फंसे छात्रों को भोजन सहित अन्य आवश्यक चीजें मुहैया कराने का अनुरोध विदेश मंत्री से किया है। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार और केन्द्र सरकार ने हेल्पलाइन शुरू किया है।

बोम्मई ने कहा, ‘‘जयशंकर ने निर्देश दिया है कि युद्ध की स्थिति में जब तक कुछ हद तक सुधार नहीं होता सभी को (वहां फंसे लोगों) सतर्क रहने की आवश्यकता है। अभी तक किसी के परेशान होने और किसी को नुकसान पहुंचने की सूचना नहीं है, लेकिन खारकीव सहित अन्य स्थानों पर बमबारी की सूचना है।’’

भाषा अर्पणा अविनाश

अविनाश

यह खबर ‘भाषा’ न्यूज़ एजेंसी से ‘ऑटो-फीड’ द्वारा ली गई है. इसके कंटेट के लिए दिप्रिंट जिम्मेदार नहीं है.

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