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नयी दिल्ली, 18 अगस्त (भाषा) राष्ट्रीय राजधानी के कम से कम 32 विद्यालयों को सोमवार को बम की धमकी मिली, जिससे दहशत फैल गई और छात्रों को परिसर से बाहर निकालकर जांच करनी पड़ी। हालांकि, बाद में गहन जांच के बाद ये धमकी झूठी साबित हुईं।
दिल्ली अग्निशमन सेवा (डीएफएस) ने बताया कि सुबह 7.30 बजे से अपराह्न 12.25 बजे के बीच उसे 32 विद्यालयों में बम की धमकी देने वाले ई-मेल आने की सूचना प्राप्त हुई।
अधिकारियों के मुताबिक सूचना के आधार पर त्वारित कार्रवाई की गई और बम निरोधक दस्तों और खोजी कुत्तों के साथ दिल्ली पुलिस की कई टीमें विद्यालयों के परिसरों में पहुंचीं। पुलिस द्वारा यह पुष्टि किए जाने से पहले कि धमकियां फर्जी थीं, प्रत्येक परिसर में गहन तलाशी अभियान चलाया गया।
एक अधिकारी ने बताया, ‘‘तलाशी अभियान पूरा हो गया है और कुछ भी संदिग्ध नहीं मिला है।’’ उन्होंने बताया कि साइबर फोरेंसिक टीमों ने ई-मेल भेजने वाले का आईपी पता लगाने के लिए जांच शुरू कर दी है।
डीएफएस के मुताबिक जिन विद्यालयों को बम होने की धमकी मिली थी, उनमें से अधिकांश द्वारका क्षेत्र के हैं। इनमें दिल्ली पब्लिक स्कूल, बीजीएस इंटरनेशनल पब्लिक स्कूल, श्री वेंकटेश्वर स्कूल, ग्लोबल स्कूल, शिक्षा भारती ग्लोबल स्कूल, आदर्श वर्ल्ड स्कूल, द्वारका इंटरनेशनल स्कूल, बाल भारती पब्लिक स्कूल, वेंकटेश्वर स्कूल, पैरामाउंट इंटरनेशनल स्कूल, सीआरपीएफ पब्लिक स्कूल, सचदेवा ग्लोबल स्कूल, इंद्रप्रस्थ इंटरनेशनल स्कूल, सरस्वती पब्लिक स्कूल शामिल हैं।
इनके अलावा पालम स्थित होली हार्ट पब्लिक स्कूल, ज्ञान सागर पब्लिक स्कूल, शिव वाणी मॉडल सीनियर सेकेंडरी स्कूल और कैनेडी पब्लिक स्कूल, जेबीएम पब्लिक स्कूल, पश्चिम सागरपुर स्थित जय भारती पब्लिक स्कूल और दीप मॉडल पब्लिक स्कूल ; सागरपुर स्थित आरएमएस कॉन्वेंट स्कूल; कापसहेड़ा स्थित वीर पब्लिक स्कूल, बाबा हरिदास नगर स्थित ऑक्सफोर्ड फाउंडेशन स्कूल; डाबरी-पालम रोड स्थित नव ज्ञानदीप पब्लिक स्कूल, कैलाशपुरी एक्सटेंशन स्थिति आरएम कॉन्वेंट स्कूल; दौलतपुर स्थित आरडी इंटरनेशनल स्कूल, धर्मपुरा स्थित सीडीएम स्कूल, ताजपुर खुर्द स्थित सनराइज पब्लिक स्कूल,नजफगढ़ स्थित श्री राम इंटरनेशनल स्कूल, जयविहार स्थित न्यू सोलंकी मॉडल पब्लिक स्कूल और प्रसाद नगर स्थित आंध्र स्कूल को भी धमकी भरा ई-मेल प्राप्त हुआ था।
डीपीएस द्वारका ने बाद में सोमवार को छुट्टी की घोषणा कर दी। उसने एक बयान में कहा, ‘‘अपरिहार्य परिस्थितियों के कारण सोमवार को स्कूल बंद कर दिया गया है। स्कूल बसों और निजी वैन से यात्रा करने वाले छात्रों को तुरंत वापस भेजा जा रहा है, और बस ड्यूटी पर तैनात शिक्षक स्थान की जानकारी साझा करेंगे। अभिभावकों से अनुरोध है कि वे अपने बच्चों को संबंधित बस स्टॉप से ले जाएं। निजी वाहनों से आने वाले विद्यार्थियों के अभिभावकों से अनुरोध है कि वे अपने बच्चों को सीधे स्कूल से ले जाएं।’’
पुलिस के मुताबिक साइबर सेल और विशेष कर्मचारियों सहित कई इकाइयां ई-मेल के स्रोत का पता लगा रही हैं। जांचकर्ताओं को इसमें शरारती तत्वों के शामिल होने का संदेह है, लेकिन उन्होंने सामान्य स्थिति को बाधित करने के लिए संगठित प्रयासों की संभावना से भी इनकार नहीं किया है।
पुलिस के एक अन्य वरिष्ठ अधिकारी ने बताया, ‘‘हम आईपी लोकेशन का पता लगाने के लिए सेवा प्रदाताओं के साथ समन्वय कर रहे हैं और इस बात की जांच करेंगे कि क्या इस साल अन्य संस्थानों को मिली धमकियों के पीछे भी यही स्रोत है।’’
पुलिस के आंकड़ों के अनुसार, जनवरी से अगस्त के बीच, दिल्ली-एनसीआर के लगभग 74 शैक्षणिक संस्थानों – 70 विद्यालयों और चार महाविद्यालयों- को इसी तरह की धमकी मिली हैं।
भाषा धीरज अविनाश
अविनाश
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