नई दिल्ली: सदन की कार्रवाई में बाधा डालने के आरोप में बृहस्पतिवार को राज्यसभा से 3 और सांसदों को निलंबित कर दिया गया है. इसमें 2 आम आदमी पार्टी (आप) और एक निर्दलीय सांसद है.
निलंबति में से आप सांसद सुशील गुप्ता और संदीप कुमार पाठक हैं जबकि निर्दलीय सांसद में अजीत कुमार भुयान हैं.
इसके साथ ही राज्यसभा से निलंबित होने वाले सांसदों की संख्या बृहस्पतिवार को 23 हो गई है, वहीं लोकसभा के 4 सांसदों को मिला दें तो निलंबित होने वाले सांसदों की संख्या 27 हो गई है.
डिप्टी चेयरमैन हरिवंश नारायण सिंह ने निलंबन की घोषणा करते हुए कहा कि वे सदन के वेल में घुस आए थे, नारेबाजी कर रहे थे और प्लेकार्ड दिखा रहे थे जिससे सदन और सभापीठ के अधिकार की अवहेलना हुई.
चेयरमैन ने उनके निलंबन की घोषणा ‘नियम 256 के तहत नियम के तहत की है.
बुधवार को आप सांसद संजय सिंह को मंगलवार को सदन की कार्यवाही के दौरान ‘चेयर की तरफ कागज उछालने’ के लिए इस सप्ताह के शेष समय के लिए राज्यसभा से निलंबित कर दिया गया था.
सदन की कार्यवाही को बार-बार बाधित करने के आरोप में कुल 19 विपक्षी सांसदों को इस सप्ताह के शेष समय के लिए उच्च सदन से निलंबित कर दिया गया है.
यह उच्च सदन में निलंबन की सबसे अधिक संख्या है. पिछले साल नवंबर में, 12 विपक्षी सांसदों को पूरे शीतकालीन सत्र के लिए निलंबित कर दिया गया था, क्योंकि उन्होंने कृषि बिलों को लेकर मानसून सत्र के दौरान हंगामा किया था.
19 निलंबित सदस्यों में से सात टीएमसी, छह सांसद द्रमुक, तीन टीआरएस, दो सीपीएम और एक भाकपा से हैं.
टीएमसी के सुष्मिता देव, मौसम नूर, शांता छेत्री, डोला सेन, शांतनु सेन, अभीर रंजन बिस्वर, मोहम्मद नदीमुल हक, डीएमके के कनिमोढ़ी एमवीएन सोमू, मोहम्मद हमामेद अब्दुल्ला, एस कल्याणसुंदरम, आर गिररंजन, एनआर एलांगो, एम शानमुगम, टीआरएस के बी लिंगैयह यादव, रविहांद्रा वादिराजू, दामोदर राव दिवाकोंडा, सीपीआई (एम) के ए.ए. रहीम, वी सिवादसन और सीपीआई के संदोष कुमार पी. शामिल हैं.
अब तक कुल 27 सांसद जिसमें 223 राज्यसभा के सांसद और 4 लोकसभा के सांसद मानसून सत्र के दौरान सदन से निलंबित किए गये हैं.
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