नयी दिल्ली, 30 अप्रैल (भाषा) दिल्ली विकास प्राधिकरण (डीडीए) ने राष्ट्रीय हरित अधिकरण (एनजीटी) को सूचित किया है कि उसने यमुना नदी के बाढ़ क्षेत्र को अतिक्रमणकारियों से मुक्त करने के उसके प्रयासों के तहत ‘यमुना वनस्थली परियोजना क्षेत्र’ में जनवरी से अप्रैल तक 24 एकड़ भूमि को पुनः प्राप्त कर लिया है।
यमुना वनस्थली योजना, यमुना के पूर्वी तट पर बाढ़ क्षेत्र की बहाली की परियोजनाओं में से एक है, जो वजीराबाद बैराज से लेकर आईएसबीटी ब्रिज तक 236.5 हेक्टेयर क्षेत्र में फैली हुई है।
डीडीए ने मंगलवार को अपनी रिपोर्ट में कहा, ‘‘एनजीटी के निर्देशों के अनुपालन में डीडीए बाढ़ क्षेत्रों में अतिक्रमणकारियों से भूमि वापस लेने के लिए लगातार प्रयास कर रहा है। इस न्यायाधिकरण के अंतिम आदेश (16 जनवरी) के बाद से डीडीए ने हाल ही में यमुना वनस्थली परियोजना क्षेत्र में 24 एकड़ भूमि वापस ले ली है।’’
रिपोर्ट में कहा गया है कि हालांकि डीडीए लगातार अतिक्रमण हटाने के प्रयास कर रहा है, लेकिन कभी-कभी ध्वस्तीकरण अभियान के बाद क्षेत्र की सुरक्षा या वहां बाड़ लगाना कठिन हो जाता है।
रिपोर्ट में कहा गया है, ‘‘इस प्रकार कुछ स्थानों पर पुनः अतिक्रमण हो जाता है, जिसे पुनः हटा दिया जाता है।’’
डीडीए रिपोर्ट में यह भी कहा गया है कि प्राधिकारी जमीनी हकीकत जानने की प्रक्रिया पूरी करने में जुटे हैं।
डीडीए ने कहा, ‘‘जब तक संबंधित संभागीय आयुक्त द्वारा जमीनी सत्यापन का कार्य पूरा नहीं कर लिया जाता, तब तक अगला कदम, यानी यमुना नदी के बाढ़ क्षेत्र का सीमांकन करने की प्रक्रिया शुरू नहीं की जा सकती।’’
भाषा यासिर मनीषा
मनीषा
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