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Monday, 6 May, 2024
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नासिक के जाकिर हुसैन अस्पताल में 22 मरीजों की मौत, ऑक्सीजन लीक के दौरान रोकी गई थी सप्लाई

नासिक के कलेक्टर सूरज मानधरे ने बताया इस हादसे में 22 मरीज़ों की मौत हुई है.ये सभी मरीज वेंटिलेटर पर थे जिनकी ऑक्सीजन सप्लाई रुकने से मौत हो गई है. स्वास्थ्य मंत्री ने कहा इस मामले की जांच की जा रही है.

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नई दिल्ली: नासिक के जाकिर हुसैन अस्पताल में ऑक्सीजन टैंक लीक होने के दौरान अस्पताल में रोकी गई सप्लाई के बाद 22 मरीजों की मौत हो गई है. यह सभी मरीज वेंटिलेटर पर थे.

बुधवार दोपहर 12.30 बजे की यह घटना है जब ऑक्सीजन टैंक लीक हुआ. इस दौरान करीब आधे घंटे के लिए ऑक्सीजन सप्लाई अस्पताल में रोकी गई थी जिसके बाद यह हादसा हुआ है.

नासिक के कलेक्टर सूरज मानधरे ने बताया, ‘इस हादसे में 22 मरीज़ों की मौत हुई है.’ मानधरे ने मीडिया को बताया कि अस्पताल में वेंटिलेटर पर मरीज थे जिनकी ऑक्सीजन सप्लाई रुकने से मौत हो गई है. फिलहाल ऑक्सीजन सप्लाई सुचारू रूप से चालू कर दी गई है.

वहीं महाराष्ट्र के मंत्री ने कहा, ‘इस घटना की जांच करने के बाद दोषियों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी.’ हालांकि पहले 11 मरीजों के मरने की खबर आई थी लेकिन थोड़ी ही देर बाद 22 की मौत की खबर आई.

नासिक की इस घटना पर महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने कहा कि ‘नासिक में जो हुआ वह दर्दनाक है. एक अस्पताल में 22 मरीजों की मौत बहुत ही हृदय विदारक है.’

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उन्होंने महाराष्ट्र सरकार से मांग की, ‘अगर जरूरत पड़ती है तो मरीजों को दूसरे अस्पताल में शिफ्ट किया जाए और इस मामले की जांच की जाए. ‘

हालांकि ऑक्सीजन लीक के दौरान अधिकारी मौके पर मौजूद थे. स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि टैंकर के वाल्व में खराबी होने से बड़ी मात्रा में ऑक्सीजन लीक हुई है. उन्होंने कहा इसका प्रभाव जरूर अस्पताल और मरीजों पर भी पड़ा होगा.

जिस वक्त ये घटना हुई, उस दौरान अस्पताल में 171 मरीजों का इलाज चल रहा था. ऑक्सीजन लीक होने की घटना के बाद अस्पताल में भर्ती मरीजों को दूसरे अस्पताल में शिफ्ट किया जा रहा है.

हालात को लेकर राज्य के स्वास्थ्य मंत्री राजेश टोपे का कहना है कि लीकेज को कंट्रोल कर लिया गया है. जिन मरीजों की मौत हुई है वह वेंटीलेटर पर थे. रिपोर्ट्स में बताया गया है कि टैंकर भरने के दौरान यह रिसाव हुआ है. रिसाव होने की वजह से अस्पताल परिसर में ऑक्सीजन फैल गई थी.

उन्होंने कहा कि महाराष्ट्र सरकार इस मामले की गहन जांच करेगी. टोपे ने कहा, ‘जांच पूरी हो जाने के बाद हम बाद में एक बयान जारी करेंगे.’

टैंक में से हुए रिसाव के चलते पूरे इलाके में ऑक्सीजन फैल गई थी. रिपोर्ट्स के मुताबिक इस दौरान अस्पताल में 25 मरीजों का इलाज वेंटिलेटर पर जारी था. जिसमें से अभी तक 22 की मौत की पुष्टि हो गई है जबकि कई मरीजों का हालत गंभीर बनी हुई है. इसके अलावा 60 से ज्यादा मरीजों को ऑक्सीजन दी जा रही थी.

टैंक से ऑक्सीजन का कथित तौर पर रिसाव होने का एक वीडियो सुबह से ही सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है.

कुछ मृत कोरोना मरीजों के रिश्तेदारों ने आरोप लगाया है कि ‘ऑक्सीजन की कम आपूर्ति के कारण ये मौतें हुयीं.

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