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अमृतसर, दो मई (भाषा)भारत सरकार द्वारा देश छोड़ने की समय सीमा समाप्त होने के बाद अटारी-वाघा सीमा पर फंसे लगभग 21 पाकिस्तानी नागरिक शुक्रवार को एकीकृत पारगमन चौकी के जरिये अपने देश में सड़क मार्ग से प्रवेश कर गए। अधिकारियों ने यह जानकारी दी।
दक्षिण कश्मीर के पहलगाम में 22 अप्रैल को हुए आतंकवादी हमले के बाद भारत सरकार ने पाकिस्तानी नागरिकों को दिए गए सभी प्रकार के वीजा रद्द करते हुए उन्हें 30 अप्रैल तक देश छोड़ने का आदेश दिया था।
भारत में अमृतसर और पाकिस्तान में लाहौर के पास स्थित अटारी-वाघा सीमा 30 अप्रैल तक खुली रहने के बाद बृहस्पतिवार को बंद कर दी गई।
खबरों के मुताबिक लगभग 70 पाकिस्तानी नागरिक बृहस्पतिवार को सीमा पर फंसे रहे, क्योंकि उनके भारत छोड़ने की समय सीमा एक दिन पहले ही समाप्त हो गई थी।
पाकिस्तान में शुक्रवार दोपहर 12 बजे तक प्रवेश करने वाले 21 पाकिस्तानी नागरिक एकीकृत जांच चौकी के बाहर सड़कों पर डेरा डाले हुए थे।
खबरों के मुताबिक 50 से अधिक पाकिस्तानी नागरिक एकीकृत जांच चौकी के बाहर कतार में खड़े हैं तथा सीमा शुल्क और आव्रजन अधिकारियों की मंजूरी के बाद उन्हें पाकिस्तान में प्रवेश की अनुमति दी जा सकती है।
पाकिस्तान ने शुक्रवार को घोषणा की कि वह भारत में फंसे अपने नागरिकों को वाघा सीमा के जरिये लौटने की अनुमति जारी रखेगा।
पाकिस्तान के विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता ने मीडिया के प्रश्नों का उत्तर देते हुए स्वीकार किया कि बच्चों सहित कई पाकिस्तानी नागरिक भारतीय सीमा में अटारी सीमा पर फंसे हुए हैं।
प्रवक्ता ने कहा, ‘‘हमें मीडिया में आई उन खबरों की जानकारी है, जिनमें कहा गया है कि कुछ पाकिस्तानी नागरिक अटारी में फंसे हुए हैं। यदि भारतीय अधिकारी अपने नागरिकों को अपनी सीमा पार करने की अनुमति देते हैं, तो हम उनके स्वागत के लिए तैयार हैं।’’
उन्होंने कहा कि भविष्य में भी लौटने के इच्छुक पाकिस्तानी नागरिकों के लिए वाघा सीमा खुली रहेगी।
हालांकि, कुछ अन्य विदेशी नागरिक जिनके पास अपने निजी वाहनों से आने-जाने का वीजा था, उन्हें अभी सीमा पार करने की अनुमति नहीं दी गई है और वे एकीकृत पारगमन चौकी के पास इंतजार कर रहे हैं।
भाषा धीरज नरेश
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