नई दिल्ली: उत्तराखंड के चमोली में हुए हिमस्खलन पर राज्य सभा में गृह मंत्री अमित शाह ने कहा कि केंद्र और राज्य सरकार की सभी एजेंसियां स्थिति पर नज़र बनाए हुए हैं. राज्य सभा सदस्यों ने उत्तराखंड आपदा की पीड़ितों को श्रद्धांजलि दी.
उन्होंने सदन को आश्वस्त करते हुए कहा, ‘मैं सदन को केंद्र सरकार की ओर से आश्वस्त करना चाहता हूं कि राहत और बचाव के सभी संभव उपाय राज्य सरकार के साथ समन्वय के साथ किये जा रहे हैं और जो भी आवश्यक कदम उठाने जरूरी हैं, वो उठाये जा रहे हैं.’
उन्होंने कहा, ‘केंद्र सरकार द्वारा स्थिति की 24 घंटे उत्तम स्तर पर निगरानी की जा रही है. प्रधानमंत्री जी स्वयं स्थिति पर गहरी निगाह रखें हैं. गृह मंत्रालय के दोनों कंट्रोल रूम के द्वारा नजर रखी जा रही है. राज्य को हर संभव सहायता दी जा रही है.’
HM Shri Amit Shah speaks in Rajya Sabha over avalanche in Chamoli district of Uttarakhand. https://t.co/qpYQnEaaj7
— BJP (@BJP4India) February 9, 2021
उन्होंने कहा, ‘7 फरवरी को उत्तराखंड के चमोली जिले में अलकनंदा की सहायक नदी क्षेत्र में हिमस्खलन की घटना घटी जिसके कारण नदी के जलस्तर में काफी वृद्धि हो गई. अचानक आई बाढ़ से निचले क्षेत्र में धौलीगंगा नदी पर स्थित एनटीपीसी की निर्माणाधीन जल विद्युत परियोजना को भी नुकसान पहुंचा है.’
शाह ने कहा, ‘7 फरवरी 2021 के उपग्रह डाटा के अनुसार ऋषि गंगा नदी के जलग्रहण क्षेत्र में समुद्र तल से 5600 मीटर ऊपर ग्लेशियर के मुहाने पर हिमस्खलन हुआ जो लगभग 14 वर्ग किलोमीटर क्षेत्र जितना बड़ा था. जिससे ऋषि गंगा नदी के निचले क्षेत्र में फ्लैश फ्लड की स्थिति बन गई.’
शाह ने बताया कि वित्त वर्ष 2020-21 में एसडीआरएफ फंड के तहत उत्तराखंड को 1,041 करोड़ रुपए आवंटित किया गया है जिसमें से पहली किश्त के रूप में 468 करोड़ जारी कर दिया गया है.
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रेस्क्यू ऑपरेशन जारी
गृह मंत्री शाह ने राज्य सभा में कहा कि उत्तराखंड सरकार से प्राप्त सूचनाओं के अनुसार कल शाम 5 बजे तक 20 लोगों की जान जा चुकी है और 6 लोग घायल हैं.
शाह ने कहा कि जानकारी के अनुसार 197 व्यक्ति लापता हैं, जिसमे एनटीपीसी के निर्माणाधीन परियोजना के 139, ऋषि गंगा के 46 व्यक्ति और 12 ग्रामीण शामिल हैं.
शाह ने कहा, ‘आईटीबीपी के 450 जवान, एनडीआरएफ की 5 टीम, भारतीय सेना और नेवी की 8 टीम और आईएएफ के 5 हेलीकॉप्टर रेस्क्यू ऑपरेशन में लगे हुए हैं.’
गृह मंत्री ने सदन को बताया कि टनल में फंसे लोगों को बाहर निकालने के लिए रातभर के अथक प्रयास के बाद सेना ने टनल के मुंह पर पड़े मलबे को साफ कर लिया है, हमारे लोग काफी अंदर तक गए हैं.
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