नयी दिल्ली: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की महात्वाकांक्षी आयुष्मान भारत स्वास्थ्य बीमा योजना में एक के बाद एक कई फर्जीवाडे पकड़े जा रहे हैं. योजना के तहत फर्जीवाड़ा करने के आरोप में 171 अस्पतालों को पैनल से बाहर कर दिया गया है तथा अस्पतालों पर 4.5 करोड़ रुपये से अधिक का जुर्माना लगाया गया है. जबकि गुजरात, उत्तराखंड और छत्तीसगढ़ में आयुष्मान योजना के फर्जी कार्ड का मामला सामने आया है.
राष्ट्रीय स्वास्थ्य प्राधिकरण ने शुक्रवार को यह जानकारी दी. उसने यह भी बताया कि उत्तराखंड और झारखंड के छह अस्पतालों के खिलाफ प्राथमिकियां दर्ज की गई हैं.
इसने एक बयान में कहा, ‘अस्पतालों को पहले ही पैनल से बहार किया जा चुका है. कदाचार में शामिल अस्पतालों पर 4.5 करोड़ रुपये से अधिक का जुर्माना लगाया गया है.’
हाईटेक निगरीना के बावजूद इस महत्वाकांक्षी योजना में घोटालेबाजों ने सेंध लगा दी है. गुजरात और छत्तीसगढ़ से इस योजना से जुड़ा ऐसा मामला सामने आया है जिसने जांच एजेंसियों का होश उड़ा कर रख दिया है.
बताया जा रहा है कि गुजरात में एक ही परिवार के नाम पर 1700 लोगों के नाम पर कार्ड बनाया गया है जबकि छत्तीसगढ़ में भी एक ही परिवार के नाम पर 109 कार्ड बनाए गए हैं.
मजेदार बात ये है कि उनमें से 57 की आंख की सर्जरी कराने और 171 अस्पतालों द्वारा फर्जी बिल भेज कर भुगतान लेने जैसे मामले सामने आए हैं. बताया जा रहा है कि अभी तक देशभर में दो लाख से अधिक फर्जा कार्ड का मामला सामने आया है.
(भाषा के इनपुट्स के साथ)