गुना, दो मई (भाषा) मध्यप्रदेश के गुना जिले में शुक्रवार को 16 लोगों को मुक्त कराया गया, जो वर्षों से अमानवीय परिस्थितियों में बंधुआ मजदूरों के रूप में काम करने को मजबूर थे।
अधिकारियों ने बताया कि ये मजदूर होटलों, ईंट भट्टों, सड़क किनारे ढाबों और खेतों में काम करते पाए गए और उनमें से कई बुजुर्ग और मानसिक रूप से अस्वस्थ थे।
जिलाधिकारी किशोर कन्याल ने बताया कि लोगों से बंधुआ मजदूर के रूप में काम कराने की लगातार मिल रही शिकायतों के बाद चांचौड़ा उपमंडल मजिस्ट्रेट रवि मालवीय के नेतृत्व में पांच टीम गठित की गईं।
कन्याल ने कहा कि कुछ लोग इतने कमजोर थे कि वे चल भी नहीं सकते थे। उन्होंने कहा कि उचित कानूनी कार्रवाई के लिए जांच की जा रही है।
जिला श्रम अधिकारी आशीष तिवारी ने बताया कि अभियान पूरे दिन जारी रहा और शाम तक 16 मजदूरों को बचाकर उन्हें सुरक्षित स्थानों पर ले जाया गया।
अधिकारियों ने बताया कि इन मजदूरों को बंधुआ बनाकर रखने वालों की पहचान करने के प्रयास जारी हैं।
उन्होंने बताया कि जल्द ही जिम्मेदार व्यक्तियों के खिलाफ आपराधिक मामला दर्ज किया जाएगा और दोषियों को कड़ी से कड़ी सजा दिलाई जाएगी।
भाषा राजकुमार पारुल
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