नई दिल्ली: बड़े सपने देखने और उन्हें पूरा करने की मिसाल कायम करने वाले दो बार के विश्व कप विजेता भारत के पूर्व कप्तान एम एस धोनी ने सोमवार को अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में 15 वर्ष पूरे कर लिये. हालांकि, इस समय वह क्रिकेट से ब्रेक पर हैं. विकेटकीपर बल्लेबाज के रूप टीम इंडिया में शामिल हुए धोनी अपनी जिंदगी में वो मुकाम हासिल कर चुके हैं जो किसी भी क्रिकेटर का सपना होता है.
रांची के इस बेजोड़ क्रिकेटर ने बांग्लादेश के खिलाफ 2004 में सौरव गांगुली की कप्तानी में अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में पदार्पण किया था. 23 दिसंबर 2004 में बांग्लादेश के खिलाफ उन्होंने अंतरराष्ट्रीय करियर का अपना पहला मैच खेला था. धोनी क्रिकेट के सभी प्रारूपों में मिलाकर 17266 रन बना चुके हैं.
38 वर्ष के धोनी ने भारत के लिये 350 वनडे, 90 टेस्ट और 98 टी20 खेले हैं. वह विकेट के पीछे 829 बल्लेबाजों को शिकार बना चुके हैं.
अपने कैरियर में कई उपलब्धियां हासिल कर चुके धोनी ने भारत को 2011 विश्व कप जिताया, जिसके फाइनल में श्रीलंका के खिलाफ उनका छक्का क्रिकेटप्रेमियों की सुनहरी यादों में शुमार हो चुका है. यही नहीं धोनी ने 2011 में मुंबई में खेले गए फाइनल में धोनी ने नाबाद 91 रन बनाए थे.
धोनी की कप्तानी में भारतीय टीम विश्व क्रिकेट में सीमित ओवरों की सबसे सफल टीम बनी. धोनी के नेतृत्व में भारत ने टी-20 विश्व कप 2007 के फाइनल में पाकिस्तान और वनडे वर्ल्ड कप 2011 के फाइनल में श्रीलंका को हराया था. वह तीनों आईसीसी ट्राफी वनडे विश्व कप 2011, टी20 विश्व कप 2007 और चैम्पियंस ट्राफी 2013 जीतने वाले अकेले कप्तान है . उनकी कप्तानी में भारतीय टीम आईसीसी टेस्ट और वनडे रैंकिंग में शीर्ष पर भी पहुंची. धोनी ने आईपीएल फ्रेंचाइजी चेन्नई सुपर किंग्स को तीन बार खिताब और दो चैम्पियंस लीग खिताब दिलाये हैं.
पिछले कुछ महीने से हालांकि उनके संन्यास को लेकर अटकलें जोरों पर है . भारत के लिये आखिरी मैच उन्होंने न्यूजीलैंड के खिलाफ विश्व कप सेमीफाइनल खेला था .संन्यास के सवाल पर उन्होंने हाल ही में कहा था, ‘जनवरी तक मुझसे कुछ मत पूछिये.’
धोनी रिव्यु सिस्टम
अंपायर डिसीजन रिव्यू सिस्टम या डीआरएस को धोनी के फैन धोनी रिव्यु सिस्टम भी कहते हैं और क्यों न कहे धोनी जब रिव्यु लेते हैं, तो वह लगभग हर बार सफल होता हैं. इसके प्रमाण कई बार क्रिकेट फील्ड में देखने को मिल चुके हैं. धोनी ने भारतीय क्रिकेट को नया आयाम देने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है.
क्रिकेट से पहले टिकट कलेक्टर थे धोनी
पान सिंह और देवकी देवी के बेटे और मध्यमवर्गीय परिवार से संबंध रखने वाले धोनी को क्रिकेट करियर को आगे बढ़ाने के लिए नौकरी करनी पड़ी थी. महेंद्र सिंह धोनी क्रिकेट में आने से पहले खड़गपुर रेलवे स्टेशन पर टिकट कलेक्टर हुआ करते थे. कैप्टन कूल के नाम से मशहूर महेंद्र सिंह धोनी के जीवन पर फिल्म भी बन चुकी है. एमएस धोनी- द अनटोल्ड स्टोरी भारतीय क्रिकेटर महेंद्र सिंह धोनी के जीवन पर आधारित है.
(समाचार एजेंसी भाषा के इनपुट के साथ)